अंदरूनी मसलों में दखल न दे अमेरिका-लेफ्ट

शुक्रवार, 15 मई 2009 (10:08 IST)
वामपंथी दलों ने गुरुवार को अमेरिका पर भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया। वाम की यह टिप्पणी इन खबरों के बाद आई कि अमेरिका का शीर्ष दूत भारत के राजनीतिक नेताओं से मिला है।

माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी ने कहा यदि ये खबरें सही हैं तो यह अमेरिका द्वारा हमारे अंदरूनी मामलों में गंभीर हस्तक्षेप है और उसके सामंतवादी चरित्र से एक बार फिर खुलासा हो गया है।

खबरों में बताया गया है कि विशेष दूत पीटर बर्लीग ने हाल ही में तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की है। इस दौरान पीटर ने कहा था कि वामदलों को भारत में सत्ता में नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे भारत-अमेरिका संबंधों और परमाणु करार पर असर पड़ेगा।

येचुरी ने कहा हमसे कहा गया है कि तेदेपा ने इस सुझाव की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा हम अमेरिका के साथ अच्छे दोस्ताना संबंधों का मजबूती से समर्थन करते हैं, लेकिन हम अपने अंदरूनी मसलों में किसी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे।

भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने भी कहा कि किसी बाहरी ताकत के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वेबदुनिया पर पढ़ें