दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने तमाम प्रतिपक्षी दलों को भ्रम का शिकार करार देते हुए गुरुवार को यहाँ कहा कि राजद अध्यक्ष लालूप्रसाद यादव और सपा मुखिया मुलायमसिंह यादव अपनी बात पर कायम नहीं रहते।
दीक्षित ने संवाददाताओं से कहा आजकल कभी तीसरे तो कभी चौथे मोर्चे की बात करने वाले लालू यादव और मुलायमसिंह यादव आए दिन अपना बयान बदलते रहते है।
लालू यादव की इस टिप्पणी पर कि वामपंथी दलों के बिना कोई सरकार बनने वाली नही है, दीक्षित ने कहा कभी तो वे कांग्रेस का विरोधी होने का दावा करते हैं और कभी पलटी खाकर कांग्रेस के साथ होने की बात करते हैं। कभी तो वे पाँच प्रधानमंत्रीं हो सकने की बात करते है। ऐसे हालात में उन पर क्या टिप्पणी की जाए।
उन्होंने कहा कि कभी पूर्व भाजपा नेता कल्याणसिंह के धुर विरोधी रहे लालू और मुलायम ने आज उनसे हाथ मिला लिया है। दीक्षित ने कहा एक समय वह भी था कि लालू और मुलायम, कल्याणसिंह की आलोचना करते नहीं थकते थे। यहाँ तक कि वे केन्द्र की तत्कालीन पीवी नरसिंहराव सरकार तक की आलोचना कर डालते थे। आज उन्होंने कल्याणसिंह से हाथ मिला लिया है। यह उनके भ्रमित होने का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दलों की तरह कांग्रेस पाटी समाज को धर्म और जाति में बाँटकर राजनीति करने मे भरोसा नहीं करती बल्कि इसका उद्देश्य हमेशा समाज को एकजुट और मजबूत बनाए रखने का रहा है।