तुमको न भूल पाएंगे हम

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इशारों-इशारों में दिल लेने वाले, बता ये हुनर तूने सीखा कहाँ से... एक मोबाइल फोन के विज्ञापन में सुनाया जाने वाला यह गीत इस नए दौर में भी प्रेमियों को प्रेम की मधुरता का मीठा एहसास कराता है। यह सच है कि चोरी-चोरी, चुपके-चुपके कभी न कभी तो सभी को प्यार हो ही जाता है। फिर चाहे जमाने की लाख बाधाएं आएं। उन सभी को पार कर प्रेमियों के दिल का कबूतर तो कभी कॉलेज कैंपस में, कभी सिनेमाघर में या फिर रेस्तरां में... प्रेम की गुटर गूँ करने ही लगता है।

दोस्तो, प्यार वही है जो उम्र, जात-पांत, अमीरी-गरीबी के हर बंधन से परे अपना इतिहास खुद बनाता है। अपने हमराज के रूप में हर प्रेमी एक ऐसा हमसफर तलाशता है, जिसके दिल के किसी कोने में बसकर दुनिया के हर गम को भूलाया जा सके। अजब प्रेम की गजब और रोचक कहानियों के लिए हमने बात की शहर के कुछ ऐसे प्रेमियों से, जिन्होंने एकदम फिल्मी स्टाइल में अपने प्रेम की नैया को किनारे लगाकर अपने प्रेमी को ही अपना हमसफर बनाया।

किराए पर लिया थएसटीडी पीसीओ
हर्षल और राधिका देशमुख का प्यार कॉलेज कैंपस से शुरू हुआ। बीकॉम फर्स्ट ईयर करते समय अपने से दो साल सीनियर खूबसूरत लड़की राधिका पिंगे को टीचर्स डे के कार्यक्रम का संचालन करते देख हर्षल उन्हें अपना दिल दे बैठे। उसके बाद तो यूथ फेस्टिवल और कॉलेज के अन्य कार्यक्रमों के बहाने एक साल तक इन दोनों की लगातार मुलाकातें होती रहीं, लेकिन जब राधिका की बीकॉम की पढ़ाई पूरी हो गई। उसके बाद दोनों को मुलाकातों के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा और राधिका की एक झलक पाने के लिए हर्षल को उसकी कोचिंग के बार-बार चक्कर लगाने पड़े।

अपने प्रेमी से मिलने को बेकरार राधिका भी कोचिंग के बाद हर रोज एसटीडी पीसीओ पर जाकर हर्षल से बात कर उसे अपने दिल का हाल बताती थी। लगातार घाटे में चलने के कारण जब राधिका की कोचिंग के बेसमेंट में स्थित एसटीडी पीसीओ बंद होने वाला था। तब अपनी प्रेमिका की आवाज सुनने की बेकरारी ने हर्षल को इतना मजबूर कर दिया कि हर्षल ने उस एसटीडी वाले को चार-पाँच माह के लिए किराए पर लेकर उसे हर माह का किराया देना शुरू कर दिया, ताकि वह पीसीओ बंद न हो और राधिका से उनकी हर रोज बात हो सके।

कुछ इस तरह से इनके प्यार की गाड़ी लव के ट्रेक पर आगे बढ़ने लगी, लेकिन जब दोनों के घरवालों को इनकी प्रेम कहानी का पता लगा। तब लड़की को सही राह पर लाने के उसके रिश्ते के प्रस्ताव आमंत्रित किए गए।

दोनों की मुलाकातों पर लगाम लगाने की कोशिश की गई, लेकिन इन दो प्रेमियों की जिद और प्यार के आगे परिवार की हर कोशिश नाकाम रही और अंततः हर्षल और राधिका के प्यार की जीत हुई और फिर परिवार की सहमति से शादी।

प्यार को दीर्घायु बनाने के लिए जरूरी है
* विश्वास जीवनभर साथ निभाने का।
* हिम्मत ज़माने को जवाब देने की।
* बिंदास अंदाज अपने प्यार के इज़हार का।
* देखभाल उसकी जिससे आप प्यार करतहो।

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