मप्र में झमाझम बारिश का दौर जारी

सोमवार, 5 अक्टूबर 2009 (12:34 IST)
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मुंबई, भले ही भारत विश्व में दूसरी सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था है, लेकिन इसे नई खोज एवं वैश्विक ब्रांडों के सृजन में लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

इनफोसिस के सह-संस्थापक और मुख्य संरक्षक एन. आर. नारायणमूर्ति का यह विचार है। उन्होंने कहा, ‘मैंने भारत में एक नए विश्वास का बोध देखा है। हमारी कंपनियाँ काफी बेहतर कर रही हैं। इन कंपनियों ने यूरोप, एशिया और अमेरिका जाकर वहाँ की कंपनियों का अधिग्रहण किया।’ ‘लेकिन हमारे समक्ष एक चुनौती भी है और वह चुनौती है वैश्विक ब्रांडों का सृजन। हमें वैश्विक ब्रांडों का सृजन करना है।’

मूर्ति ने कहा कि किसी भी उद्यम में नयापन एवं विपणन दो सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं जिनके बिना एक कंपनी के लिए एक बेहतर भविष्य बहुत मुश्किल है।

उन्होंने कहा, ‘ऐसे वैश्विक ब्रांडों का सृजन करने के लिए इन्नोवेशन की जरूरत पड़ती है। मुझे लगता है कि उद्योग में अंतरराष्ट्रीय बाजार में वैश्विक स्तर पर अपने लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी हमारी है और यह जिम्मेदारी वैश्विक ब्रांडों एवं उत्पादों का निर्माण और सेवाओं के जरिए पूरी की जा सकती है।’

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