मालवा प्रांत की स्थानकवासी जैन समाज की तीन साध्वियों ने ग्वालियर शहर से मात्र दो माह में पैदल विहार यात्रा द्वारा काठमांडू तक का सफर तय किया। लगभग 1100 किमी के इस सफर में उन्होंने भगवान महावीर के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया।
श्रीसिद्धालय धार्मिक ट्रस्ट रतन्याखेड़ी के मीडिया प्रभारी महेन्द्र कुमार कांठेड़ ने बताया कि आचार्य उमेशमुनि मसा, मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी मसा की आज्ञानुवर्ती महासती शांतिकुंवरजी मसा निमाड़, सौरभ रमणीककुँवरजी मसा दमु की शिष्या साध्वीश्री मंगलप्रभाजी, साध्वी पूनमश्रीजी, साध्वी वंदनाजी ठाणा 3 की काठमांडू में अगवानी स्थानीय जैन संस्थाओं एवं नेपाल जैन परिषद द्वारा की गई।
परिषद के अध्यक्ष लोकमान्यजी गौलछा और महासचिव महेन्द्र जैन भटेवरा ने बताया कि ग्वालियर से भिण्ड, इटावा, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, बेरवा, काठमांडू तक केवल साठ दिनों में इतना लंबा पैदल विहार कर जैन धर्म की प्रभावना की कठिन तपस्या को प्रदर्शित करते हुए साध्वियों ने अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है।-निप्र