भोपाल। मध्यप्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रचार का काम शनिवार शाम 5 बजे थम जाएगा और चुनावी शोर-शराबे से मुक्ति पाकर मतदाता अपने वोट के बारे में सोच सकेगा।
प्रदेश में 14वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनावी प्रक्रिया गत 1 नवंबर को नामांकन दाखिल करने के साथ शुरू हुई थी।
प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा जहां इस चुनाव में सभी 230 सीटों पर मैदान में है वहीं कांग्रेस के 229 उम्मीदवार ही हैं, क्योंकि सिंगरौली जिले की देवसर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. एचएल प्रजापति का नामांकन रद्द हो चुका है।
देवसर सीट पर कांग्रेस एक निर्दलीय प्रत्याशी वंशमणि प्रसाद वर्मा का समर्थन कर रही है, जो पहले कांग्रेस की पूर्व सरकार में मंत्री रह चुके हैं। डॉ. प्रजापति शासकीय सेवा में थे और नामांकन पत्रों की जांच से पहले उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हो सका था और इसी आधार पर उनका नामांकन रद्द हो गया था।
नियमानुसार मतदान के 48 घंटे पहले निर्वाचन आयोग के निर्देश पर चुनाव प्रचार पर रोक लग जाती है और यह समय सीमा शनिवार शाम 5 बजे खत्म हो रही है।
इस विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली, अनंत कुमार, हेमा मालिनी, शत्रुघ्न सिन्हा, स्मृति ईरानी आदि तथा कांग्रेस की ओर से उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री हरीश रावत, बलराम नाईक, कपिल सिब्बल, कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, महासचिव दिग्विजय सिंह, राजबब्बर, हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा आदि ने प्रदेश का दौरा किया।
इस बार प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कुल 4,66,09,024 मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे, जिनमें 2,45,51,242 पुरुष एवं 2,20,56,812 महिलाओं सहित 970 अन्य मतदाता शामिल हैं, जिनके लिए 53,896 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। (भाषा)