भोपाल। मध्यप्रदेश में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 6 लाख 43 हजार 144 मतदाता ने ईवीएम और डाक मतपत्र में नोटा यानी ‘इनमें से कोई नहीं’ का इस्तेमाल किया। इनमें डाक मतपत्र में 2633 तथा ईवीएम पर 6 लाख 40 हजार 511 नोटा का उपयोग हुआ।
मतदाताओं द्वारा नोटा का सबसे अधिक उपयोग छिंदवाड़ा जिले में हुआ जहां 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 39 हजार 235 नोटा के बटन दबाए गए। भिंड जिले में सबसे कम 3378 मतदाता ऐसे थे जिन्होंने नोटा का उपयोग किया। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रवार देखा जाए तो सर्वाधिक 9412 नोटा का इस्तेमाल छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में हुआ।
सबसे अधिक 10 में पानसेमल (बड़वानी) में 9288, अमरवाड़ा (छिंदवाड़ा) में 8232, भैंसदेही (बैतूल) में 7929, बड़वानी में 7430, शहपुरा (डिंडोरी) में 7214, मानपुर (उमरिया) में 6262, घोड़ाडोंगरी (बैतूल) में 5926, जोबट (अलीराजपुर) में 5689, आमला (बैतूल) में 5465 मतदाताओं ने नोटा के बटन दबाए अथवा डाक मतपत्र में ‘इनमें से कोई नहीं’ का इस्तेमाल किया।
इसी प्रकार जिन दस विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में नोटा का सबसे कम उपयोग हुआ, उनमें मेहगांव (भिंड) में 245, खुरई (सागर) में 384, त्योंथर (रीवा) में 435, सिरमौर (रीवा) में 467, अटेर (भिंड) में 499, सेमरिया (रीवा) में 546, नागौद (सतना) में 548, लहार (भिंड) में 578, देवतालाब (रीवा) में 625, चित्रकूट (सतना) में 634 शामिल हैं।
बरगी (जबलपुर), जबलपुर केंट (जबलपुर), बीजापुर (छतरपुर), रैगांव (सतना), अशोकनगर (अशोक नगर), सुरखी (सागर), मलहेरा (छतरपुर), गुढ़ (रीवा), पृथ्वीपुर (टीकमगढ़), रामपुर बघेलान (सतना), लहार (भिंड), अटेर(भिंड) और मेहगांव (भिंड) 10 ऐसे विधानसभा क्षेत्र थे जहां डाक मतपत्र में एक भी नोटा इस्तेमाल नहीं हुआ।
उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग ने मतपत्र में पहली बार ‘इनमें से कोई नहीं’ नोटा को पांच राज्य में हुए चुनाव में शामिल किया था। आयोग के निर्देशानुसार नोटा के विकल्प के अंतर्गत प्राप्त मतों की गणना अवैध मतों के रूप में की गई है। (भाषा)