मप्र सरकार पर 1.46 लाख करोड़ के घोटाले का आरोप

रविवार, 10 नवंबर 2013 (21:29 IST)
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भोपाल। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश के इतिहास का भ्रष्टतम मुख्यमंत्री बताते हुए जहां कांग्रेस ने सरकार पर पिछले दस सालों में 1.46 लाख करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला करने का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा ने इस आरोप को झूठ का पुलिंदा कहकर खारिज कर दिया है।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आज संवाददाताओं से बातचीत के दौरान राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की आरोप-पत्रसमिति अध्यक्ष अजय सिंह ‘राहुल’ ने लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जारी किए गए ‘आरोप पत्र’ में कहा कि प्रदेश में जहां इस सरकार ने 1.46 लाख करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले किए, वहीं प्रदेश को 92 हजार करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ तले दबा दिया है।

इस अवसर पर पार्टी में मध्यप्रदेश मामलों के प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश, महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, केन्द्रीय मंत्री एवं प्रदेश के लिए पार्टी की ओर से भेजे गए प्रेक्षक हरीश रावत, प्रदीप जैन एवं प्रदेश अध्यक्ष सांसद कांतिलाल भूरिया उपस्थित थे।

इससे थोड़ी देर बाद प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने पत्रकारों को बुलाकर इस आरोप-पत्रको झूठ का पुलंदा कहा। उन्होने कहा कि इसमें दर्ज आरोप अप्रासंगिक, गलत एवं संदर्भहीन हैं तथा पार्टी इन सभी आरोपों को खारिज करती है।

कांग्रेस ने भाजपा की प्रदेश सरकार के खिलाफ जारी अपने आरोप-पत्रमें जहां भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए, वहीं यह भी कहा कि इसने प्रदेश को कंगाल कर दिया है तथा जो नेता एवं कार्यकर्ता 2003 में सायकल पर चलते थे, आज वे महंगी कारों और लकदक मकान के मालिक हैं। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस की आरोप-पत्र समिति अध्यक्ष ने कहा कि इस आरोप-पत्र को पार्टी इस विधानसभा चुनाव में समूचे राज्य की जनता के बीच लेकर जाएगी और भाजपा सरकार के काले कारनामों का भंडाफोड़ करेगी।

उन्होने कहा कि इस आरोप-पत्र को तैयार करना एक कठिन काम था, क्योंकि भ्रष्ट राज्य सरकार की कहानी को कागजों में कैद करने का प्रयास दुरूह था। हर दिन एक घोटाला और भ्रष्टाचार की नई कहानी सामने आती थी और हम फिर इसे अद्यतन करने में जुट जाते थे।

अजय ने कहा कि चुनाव के लिए प्रदेश के खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने उच्च न्यायालय के स्थगनादेश के बावजूद 120 से 140 के बीच ताबड़तोड़ खदानों का आवंटन कर दिया, लेकिन उच्च न्यायालय के आदेशानुसार निर्देश जारी नहीं किए।

उन्होने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने गत चार अक्टूबर को आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू की, लेकिन राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने इससे एक दिन पहले तीन अक्टूबर को पंचायतों के लिए 213 करोड़ रुपए के कम्प्यूटर खरीदने के आदेश जारी कर दिए। उन्होने दावा किया कि 30 सितंबर से चार अक्टूबर के बीच इस विभाग में 1200 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया। जो कम्प्यूटर मुंबई की जिस कंपनी से खरीदे गए, वह ब्लैक लिस्ट में है।

विपक्ष के नेता ने बिजली खरीद, केन्द्र से मिली राशि का दुरूपयोग, खनिज घोटाला सहित मुख्यमंत्री चौहान के परिवार पर भी कम समय में अकूत सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया।

दूसरी ओर, कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के लिए भाजपा द्वारा आनन-फानन में बुलाई गई पत्रकार वार्ता में पार्टी उपाध्यक्ष झा एवं प्रदेश अध्यक्ष तोमर ने कहा कि पार्टी इस आरोप-पत्र को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी।

उन्होंने इसे पुराना, झूठा, संदर्भहीन और फर्जी आंकड़े परोसकर सामाजिक अपराध का प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य सरकार पर 1.46 लाख करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला करने का आरोप लगाया है, जबकि प्रदेश का कुल बजट ही 1.23 लाख करोड़ का होता है।

झा ने कहा कि यह विधानसभा के पिछले एवं सत्र में कांग्रेस द्वारा भाजपा सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव की छायाप्रति है और चूंकि विधानसभा सत्र बीच में ही समाप्त हो गया था तथा इस पर सदन में बहस नहीं हो सकी थी, इसलिए मुख्यमंत्री चौहान खुद 200 पृष्ठों में इसका जवाब सार्वजनिक कर चुके थे। अत: पार्टी इसे खारिज करती है।

उन्होने कहा कि हम कांग्रेस को चुनौती देते हैं कि उसका आरोप-पत्रसत्य एवं तथ्य पर आधारित है, तो वह अब तक अदालत की शरण में क्यों नहीं गई और उसके लिए अब भी समय है, जब वह ऐसा कर सकती है। क्या वह इसके खिलाफ अदालत में जाएंगे, इस सवाल पर उन्होने कहा कि हम 25 नवंबर को जनता की अदालत में जा रहे हैं, जो सभी अदालतों से बड़ी अदालत है।

पार्टी उपाध्यक्ष ने दावा किया कि आरोप-पत्रमें शामिल अधिकांश आरोपों को जनता वर्ष 2008 के पिछले विधानसभा चुनाव में खारिज कर चुकी है, इसलिए उसने भाजपा को दोबारा सरकार बनाने का अवसर दिया था और हमें भरोसा है कि जनता इसे भी खारिज कर मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में पार्टी को इस चुनाव में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का मौका देगी। (भाषा)

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