मप्र में कड़ी सुरक्षा के बीच आज मतदान

सोमवार, 25 नवंबर 2013 (00:05 IST)
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भोपाल। मध्यप्रदेश में सोमवार को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। जहां इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, वहीं रविवार सुबह से सभी 52 जिलों में 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान दलों की रवानगी भी शुरू हो गई है।

प्रदेश में 14वीं विधानसभा के गठन के लिए सोमवार, 25 नवंबर को 230 में से 227 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक तथा नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले की 3 विधानसभा सीटों बैहर, लांजी एवं परसवाड़ा में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। यहां स्थिति पर नजर रखने के लिए सेना के हेलीकॉप्टर का भी उपयोग किया जाएगा।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुसार इस बार प्रदेश में 4 करोड 66 लाख 9 हजार 24 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर 1,092 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित 2,583 विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

इनमें 2 करोड़ 45 लाख 51 हजार 242 पुरुष एवं 2 करोड़ 20 लाख 56 हजार 812 महिला मतदाता हैं। प्रदेश में इस बार लगभग 50 लाख युवा मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। प्रदेश में इस बार 53,946 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने जहां इस चुनाव में सभी 230 सीटों पर मैदान में है, वहीं कांग्रेस के 229 उम्मीदवार ही हैं, क्योंकि सिंगरौली जिले की देवसर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. एचएल प्रजापति का नामांकन रद्द हो चुका है। देवसर सीट पर कांग्रेस एक निर्दलीय प्रत्याशी वंशमणि प्रसाद वर्मा का समर्थन कर रही है, जो पहले कांग्रेस की पूर्व सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

डॉ. प्रजापति शासकीय सेवा में थे और नामांकन पत्रों की जांच से पहले उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हो सका था और इस आधार पर उनका नामांकन रद्द हो गया था।

मध्यप्रदेश में बसपा ने 227, समाजवादी पार्टी ने 164, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 72, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 23, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 8, अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी ने 31, लोक जनशक्ति पार्टी ने 28, शिवसेना ने 26, राष्ट्रीय समानता दल ने 24 एवं जनता दल (यू) ने 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं।

कांग्रेस ने इस विधानसभा चुनाव में जहां सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार को एक प्रमुख मुद्दा बनाया, वहीं उसने केंद्र में कांग्रेसनीत संप्रग सरकार से आए धन के दुरुपयोग और केंद्रीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों में यहां धांधली करने का भी आरोप लगाया।

कांग्रेस केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपनी चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष के रूप में सामने रखकर चुनाव लड़ रही है। हालांकि पार्टी के लिए उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित सभी वरिष्ठ नेताओं एवं प्रदेश के दिग्गज नेताओं दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, सुरेश पचौरी एवं अजय सिंह ‘राहुल’ ने समूचे प्रदेश में प्रचार किया।

दूसरी ओर, भाजपा ने इन 10 सालों में किए गए विकास कार्यों पर वोट मांगे हैं। भाजपा का यहां प्रमुख चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही हैं तथा उसके सभी प्रत्याशी सिर्फ शिवराज के नाम पर वोट मांगते नजर आए।

पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री चौहान और पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, अध्यक्ष राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, हेमा मालिनी, शत्रुघ्न सिन्हा, स्मृति ईरानी, अरुण जेटली आदि ने प्रचार किया। (भाषा)

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