गंजबासौदा कुआं हादसे के बाद गांव के 10 लोग लापता, 5 की मौत की पुष्टि,22 घंटे बाद भी रेस्क्यू नहीं हो सका पूरा
भोपाल। विदिशा के गंजबासौदा में कुआं धंसने से हुए बड़े हादसे में 20 घंटे के बाद भी रेस्क्यू पूरा नहीं हो सका है। हादसे में अब तक सिर्फ पांच लोगों की मौत हो चुकी है वहीं अब भी 10 लोगों के मलबे में दबे होने की आंशका है। प्रशासन ने गांव में जो सर्वे कराया है कि उसमें 10 लोगों के लापता होने की बात सामने आई है। रेस्क्यू ऑपरेशन जैसे-जैसे लंबा खींचता जा रहा है वैसे-वैसे स्थानीय लोगों के सब्र का बांध भी अब टूटने लगा है। घटनास्थल से लेकर अस्पताल में भर्ती घायल भी हादसे के लिए प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार बता रहे है।
घटना में घायल हुए मोहन योगी कहते हैं कि कुएं के जर्जर हालात को लेकर सरंपच और सीईओ को पहले से थी लेकिन शायद वह लोग हादसे का इंतजार कर रहे थे। बच्चे के कुएं में गिरने के बाद जर्जर कुएं की छत पर पचास से साठ लोग एक साथ जैसे आ गए तभी कुआं भरभऱाकर गिर गया और हादसा हो गया। कुएं के जर्जर होने को लेकर कई बार शिकायत के बाद भी स्थानीय सरपंच औऱ सीईओ ने कोई ध्यान नहीं दिया।
पूरी घटना को बताते हुए कहते हैं कि कुएं में 12 साल के रवि अहिरवार के गिरते हुए उसका भाई अपने भाई को बचाने की गुहार लगाते हुए गांव पहुंचा था उसके बाद मोहल्ले में रहने वाला अच्छा तैराक रोहित कुएं में उतरा लेकिन कुएं में पानी अधिक होने के कारण वह रवि तक नहीं पहुंच पाया। इसके बाद कुएं पर पचास से साठ लोग इक्ट्टा हो गए और जर्जर कुएं धंस गया।
उधर हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय के सिचुएशन रूम से गृह एवं आपदा प्रबंधन के उच्च अधिकारियों के साथ दुर्घटनास्थल की लाइव मॉनिटरिंग कर रहे है। घटनास्थल से वीसी के माध्यम से प्रभारी मंत्री,स्थानीय विधायक औऱ कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी दे रहे हैं।
दूसरी ओऱ घटना स्थल पर तीन पोकलेन मशीनों से NDRF और SDRF की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। पूरे इलाके को सील कर स्थानीय लोगों की आवाजाही को रोक दिया गया है। पोकलेश मशीनों के सहारे से कुएं के सामांनतर गड्डा खोदकर पानी निकाला जा रहा है लेकिन काली मिट्टी होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी परेशानी आ ऱही है।