कचड़े के ढेर में आधार कार्ड.. आम आदमी हुआ परेशान

गुरुवार, 21 जुलाई 2016 (00:20 IST)
कीर्ति राजेश चौरसिया
छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में आधार कार्डों को कचड़े के ढेर में मिलने का मामला सामने आया है जहाँ, लोग कचरे के ढेर से अपने आधार कार्ड बीनते नजर आए। मामला जिले के महाराजपुर नगर का है, जहाँ पोस्टआफिस में आम आदमी का आधार कार्ड वितरण के लिए आए थे लेकिन वह उनके घरों तक न पहुँचकर कचरे के ढेर की शोभा बढ़ाते हुए नजर आए।
 
मध्यप्रदेश सरकार भले ही कामों में पारदर्शिता लाने के लिए और सेवाओं, योजनाओं एवं अन्य लाभ को पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए जनता से अपील करती है कि सभी लोग अपना आधार कार्ड जरूर बनवाएं। साथ ही आम जनता को आधार कार्ड बनवाने में कोई असुविधा न हो, इसके लिए भी पूरा इंतजाम करते हुए इसे ऑनलाइन एवं निःशुल्क बनवाने की सुविधा भी मुहैया करवाई है।
ऑनलाइन आधार कार्ड बनवाने के बाद उसका वितरण सही तरीके से हो, इसलिए इसका जिम्मा सरकारी विभाग डाकखाने को सौपा गया है। लोग बड़े ही विश्वास के साथ अपनी डाक को डाकघर जाकर पोस्ट करते है कि उनका संदेश सही समय पर सुरक्षित तरीके से वहां पहुँच जाएगा, जहाँ उन्होंने भेजा है, मगर इसकी विश्वनीयता पर तब सवाल खड़े हुए, जब रविवार को भरी बारिश के समय बस स्टेण्ड लोगों की भीड़ भीगे हुए आधार कार्ड में अपना आधार कार्ड ढ़ंढ़ रही थी।
 
महाराजपुर डाकघर की लापरवाही का पहला मामला नहीं है, जो सामने आया है। इसके पहले भी महाराजपुर के डाकखाने की सामग्री बस स्टेण्ड के पास शुलभ कॉम्पलेक्स के पास में कचरे के ढेरों में मिली है। यहां के विभागीय कर्मचारी इस तरीके से लापरवाही करते है और नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाते नजर आते जैसे इन्हें अपने  अधिकारियो से कोई नियम या निर्देश ही न मिलते हो। यदि समय समय पर उच्चाधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाए तो लापरवाहियों को समाप्त किया जा सकता है। 
 
अतिशयोक्ति नही होनी चाहिए की अगर नगर की डाक व्यवस्था का ये हाल है तो ग्रामीण क्षेत्र की डाक व्यवस्था हाल क्या होगा? महराजपुर के डाकघर प्रभारी ने कहा कि इस मामले से उच्च अधिकारियो को अवगत कराया जाएगा और लापरवाही करने वालो को नोटिस दिया जाएगा।

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