भोपाल। राजधानी भोपाल में ऐशबाग थाने में तैनता एएसआई पवन रघुवंशी को पुलिस ने 5 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। एएसआई पवन रघुवंशी रिश्वत एक फर्जी कॉल सेंटर के आरोपी को बचाने के एवज में ले रहा था, यह पूरी डील 25 लाख रुपए में तय हुई थी जिसकी पहली किश्त के तौर पर 5 लख रुपए दिए जा रहे थे।
वहीं इस पूरे मामले में भोपाल पुलिस कमिश्नर ने ऐशबाग टीआई समेत 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। यह पूरी कार्रवाई रिश्वतखोरी और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर ठगी करने वाले कॉलसेंटर के मामले में देरी करने में की गई है। जिसमें ऐशबाग थाना प्रभारी जीतेंद्र गढ़वाल एएसआई पवन रघुवंशी और दो अन्य पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। इसके साथ इस पूरे मामले में विभागीय जांच के भी आदेश कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि पिछले ऐशबाग पुलिस ने प्रभात चौराहे पर एक बिल्डिंग में स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर लोगों को ठगने वालों के यहां छापा मार कार्रवाई की थी। इस मामले में आरोपी अफजल खान सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने यहां से अफजल खान के बेटे को गिरफ्तार किया था। बाद में उस पर 151 की कार्रवाई कर छोड़ दिया गया। मामले ने तूल पकड़ा तब कॉल सेंटर संचालक अफजल और उसकी बेटी पर एफआईआर दर्ज की गई। कार्रवाई में देरी करने के चलते तीन दिन पहले ही एएसआई पवन रघुवंशी को लाइन अटैच किया गया था। पुलिसकर्मी जितेंद्र गढ़वाल और पवन रघुवंशी काफी दिनों से विवादों में थे। इसलिए इनके निलंबन की कार्रवाई की गई।
पुलिस की जांच में साफ हुआ कि अफजल के खातों में देश भर में की गई ठगी के करीब एक करोड़ रुपए के लेन-देन भी हो चुके हैं। आरोपी के स्वयं के नाम तीन खाते हैं, जबकि अन्य खाते उसके रिश्तेदारों और कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों के हैं। जिन्हें वह साइबर ठगी में इस्तेमाल किया करता था। एसीपी सुरभि मीणा ने बताया कि शुरुआती जांच में 40 खातों की जानकारी सामने आई है। मास्टर माइंड अफजल ने इसमें अपने तीन खाते बताए हैं। बाकी खाते कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों के नाम खुलवाए गए थे। इस ठगी के कारोबार में कॉल सेंटर में काम करने वाले 29 युवक-युवतियों के नाम सामने आ गए हैं। सोमवार को इन सभी खातों की जानकारी संबंधित बैंक से ली गई।