बाद में इस संबंध में उन्होंने एक ज्ञापन भी राष्ट्रपति को दिया, जिसे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जरिए कोविंद को मंच पर ही दिया गया। रामपाल के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है। इस मामले में वह करीब तीन साल से जेल में बंद हैं। वे हरियाणा के हिसार के बरवाला सतलोक आश्रम का संचालक था और संत कबीर का अनुयायी माना जाता है।
मंच पर राष्ट्रपति के साथ मौजूद चौहान ने रामपाल के शिष्यों से अपील की कि वे अपना ज्ञापन मंच पर पहुंचा दें, मैं इसे राष्ट्रपति को सौंप दूंगा। राष्ट्रपति के संबोधन से पहले भी दीर्घा में बैठे रामपाल के अनुयायी जोर-जोर से शोरगुल कर रहे थे और अपनी मांग उठा रहे थे।
उन्होंने बताया, हमारे गुरु रामपाल के खिलाफ दर्ज मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। वे निर्दोष हैं। उन्हें जेल में क्यों रखा गया है। उन्हें रिहा किया जाए। इस बीच, भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े ने बताया, रामपाल के अनुयायियों ने जो ज्ञापन राष्ट्रपति को दिया है, उसमें मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई है। (भाषा)