समाज सेवा प्रकोष्ठ द्वारा तंग बस्ती की बालिकाओं के लिए तीन दिवसीय 'सुरक्षा,स्वास्थ्य व सम्मान' विषय पर आयोजित शिविर का शुभारम्भ वरिष्ठ समाजसेवी पद्मश्री जनक पलटा के मुख्य आतिथ्य तथा श्रीमती पेरिन दाजी की विशेष उपस्थिति में स्पूतनिक प्रेस सभागृह इंदौर में हुआ। समाज सेवी सिस्टर रोसेली का भी इस अवसर पर समाज सेवा प्रकोष्ठ द्वारा सम्मान किया गया।
श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा की वे अपने जीवन को सुन्दर बनाएं, अच्छी चीजों को जीवन में उतारें,अच्छा पढ़ें और अच्छा लिखने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वे किसी भी परिस्थिति में अपने आपको पुरुषों से कम न समझें और अपने आत्म बल को हमेशा ऊंचा बनाए रखें।
इससे पूर्व बालिकाओं को आत्मसुरक्षा के सूत्र समझाते हुए विशेषज्ञ प्रशिक्षक सुश्री अनूपा ने कहा की बालिकाएं सबसे पहले तीन बातें अवश्य समझ लें ,पहली कि उन्हें सुरक्षित रहने का अधिकार है, समस्या से बचने का उपाय उन्हें ही करना है तथा तीसरी बात अपने आपको कमजोर न समझें और आत्मविश्वास के साथ विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला करें।
सुश्री गीतांजलि देशपांडे नें योग और एरोबिक्स का प्रशिक्षण दिया। पुलिस सायबर सेल के इंस्पेक्टर श्री रवि प्रकाश डेहरिया ने सायबर सतर्कता के बारे में जानकारी देते हुए वाट्स एप, फेस बुक और ऑन लाइन गतिविधियों में सावधानी बरतने के बारे में विस्तार से बताया।
प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री आलोक खरे ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि आठ दिवसीय व्यक्तित्व विकास शिविर तथा 22 दिवसीय टेबल टेनिस प्रशिक्षण शिविर के बाद यह शिविर बालिकाओं के लिए विशेष रूप से उनकी सुरक्षा,स्वास्थ्य और सम्मान पर केन्द्रित किया गया है। इसके अलावा तीन दिवसीय एक शिविर गंधर्वपुरी (सोनकच्छ) में ग्रामीण बच्चों के लिए दिनांक 6 जून से आयोजित किया जा रहा है।
प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत सर्वश्री आलोक खरे,एस के दुबे,अर्चना सेन,सुमित्रा डिसूजा,उमा गौड़,माया ढोने,पुष्पा पुणेकर,शीला नरवरिया,मीना पंचोली आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री ब्रजेश कानूनगो ने तथा आभार प्रदर्शन श्री श्याम पाण्डेय ने किया। शिविर में तंग बस्ती के 90 से अधिक बालिकाओं ने उत्साह से हिस्सा लिया।