Dewas Madhya Pradesh News : कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के देवास में प्रसिद्ध माता टेकरी मंदिर में कुछ लोगों के जबरन घुस जाने की घटना में भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक का बेटा शामिल था। हालांकि सत्तारूढ़ दल ने विधायक के बेटे के खिलाफ आरोपों से इनकार किया और कहा कि घटना से संबंधित मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
पुलिस ने पहले बताया था कि शुक्रवार-शनिवार की रात मंदिर बंद होने के बाद लोगों के एक समूह ने जबरन प्रवेश किया और अंदर जाने से मना करने पर पुजारी की पिटाई भी की गई। पुलिस ने शनिवार को एक मामला दर्ज किया, जिसमें विधायक के बेटे का नाम नहीं था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें कुछ वाहन देवास शहर में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर परिसर में प्रवेश करते दिख रहे हैं। इस घटना पर कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया, सत्ता की ठसक अब भाजपा नेताओं के वंश-वृक्ष में उग आई है।
देवास के चामुंडा माता मंदिर पहुंचे इंदौर विधायक गोलू शुक्ला के बेटे ने लाल बत्ती लगी कारों के काफिले से उतरकर पुजारी को पीट दिया क्योंकि वह बंद देवी मंदिर को खोलकर दर्शन नहीं करवा रहा था। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, इंदौर भाजपा का चाल, चेहरा, चरित्र चमत्कारिक है। यहां बल्लेबाजी होती है, कहीं बच्चों को नंगा करके मारते हैं, कभी पब में हंगामा करते हैं, शोरूम भी फोड़ देते हैं। कमाल यह कि प्रधानमंत्री इन्हें मन से माफ भी कर देते हैं।
उन्होंने दावा किया कि सबूत होने के बावजूद पुजारी को 36 घंटे बाद भी न्याय नहीं मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अब गुंडो की गुलाम बन गई है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई की मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख मुकेश नायक ने आरोप लगाया कि खुद को धर्म और संस्कृति का ठेकेदार बताने वाली भाजपा इस घटना में पूरी तरह बेनकाब हो गई है।
उन्होंने एक पोस्ट में कहा, इंदौर विधायक गोलू शुक्ला के बेटे ने शनिवार देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर मां चामुंडा के मंदिर में गुंडागर्दी की, पुजारी की पिटाई की और भाजपा चुप है। यह सत्ता के अहंकार और धर्म के प्रति भाजपा की नकली भक्ति का घिनौना चेहरा है।
कांग्रेस के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि घटना में विधायक गोलू शुक्ला या उनके बेटे की कोई संलिप्तता नहीं है। उन्होंने कहा, घटना के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उन पर पुलिस ने पहले ही मामला दर्ज कर लिया है। घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नगर पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल ने शनिवार को बताया था कि समूह के सदस्यों ने पुजारी से दरवाजे खोलने को कहा और जब उसने इनकार किया तो पुजारी को अपशब्द कहे और मारपीट की गई। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा नेता के बेटे ने समूह का नेतृत्व किया था, अग्रवाल ने कहा कि मामले की जांच जारी है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour