भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से स्कूल चलें हम अभियान का शुभारंभ हुआ। राजधानी भोपाल के शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम "स्कूल चलें हम" अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज "स्कूल चलें हम" अभियान के तहत इस प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में आकर आनंदित हूं, विद्यालयों में प्रवेश लेने वाले यह नन्हें मुन्ने बच्चे आने वाले कल का भविष्य हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में अमूल चूल परिवर्तन देश की सभी व्यवस्थाओं का हो रहा है। खासकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जो लागू की है उसके माध्यम से भविष्य में हमारी युवा पौध कैसी बननी चाहिए इसकी श्रेष्ठतम कल्पनाएं की गई है।
नई शिक्षा नीति लागू करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य- कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है। नई शिक्षा नीति से बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा तय हो रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ने उच्च शिक्षा में सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। हम नरेंद्र मोदी जी की कल्पना के हिसाब से मध्य प्रदेश को नंबर 1 में रखना चाहेंगे। हमारा प्रयास है स्कूली शिक्षा में वो सब मिले जिसकी कल्पना की गई है।
मध्यप्रदेश में संचालित सर्वसुविधायुक्त 369 सीएम राइज स्कूलों और पीएम श्री स्कूलों के माध्यम से छात्रों को आधुनिक तरीके से शिक्षा प्रदान की जा रही है। सीएम राइज स्कूलों में फर्स्ट क्लास बिल्डिंग, स्मार्ट क्लास, डिजिटल टीचिंग, निशुल्क वाहन सुविधा, एक्सपोजर विजिट, बहुत सारे आधुनिक संसाधन भी हमारे विद्यालय में मिलेंगे। इसके साथ-साथ बाकी अन्य विद्यालयों की सभी जरूरी आवश्यकताएं पूरी करने के लिए हम संकल्पित हैं।
20 जून को होगा भविष्य से भेंट कार्यक्रम- स्कूल चलें हम अभियान को जनआंदोलन में परिणित करने की दृष्टि से प्रदेश की समस्त शासकीय शालाओं में जनसमुदाय की सहभागिता में भविष्य से भेंट कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध प्रभावशाली, प्रबुद्ध एवं सम्मानित व्यक्ति, स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति आदि प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से भेंटकर विद्यार्थियों से अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्हें बेहतर भविष्य गढ़ने के लिये प्रेरित करेंगे।
इसके अतिरिक्त समाज के अन्य इच्छुक व्यक्ति यथा जन प्रतिनिधि, संचार मित्र, सामाजिक संगठनों से जुडे व्यक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता, उन्नत किसान, अभिनेता, कलाकार, खिलाड़ी,उद्योगपति, व्यवसायी अथवा अधिकारी भी अपनी पंसद के किसी एक स्कूल में जाकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन और सहयोग कर सकेंगे। उन्हें इस कार्यक्रम में सहभागिता के लिए एज्युकेशन पोर्टल डॉट एमपी डॉट जीओवी डॉट इन स्लैष एम पी एस सी एच स्लैष (https://educationportal.mp.gov.in/mpsch/) लिंक पर अपना पंजीयन कर अपनी सुविधा से किसी एक शाला का चयन करना होगा। कार्यक्रम के दौरान शालाओं में आमंत्रित व्यक्ति विद्यार्थियों को शाला उपयोग की वस्तुएं भेंट भी कर सकेंगे।