प्रदेश में युवाओं को कौशल विकास के साथ ही 'लर्न एंड अर्न' की तर्ज पर "ऑन जॉब ट्रेनिंग" की सुविधा के लिये शुरू की गई 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ' योजना में 18 से 29 वर्ष आयु के मध्यप्रदेश के मूल निवासी युवाओं को, जिन्होंने 12वीं/आईटीआई या उससे उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त की हो, को उद्योग उन्मुख प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को 8 से 10 हजार रूपये का स्टायपेंड भी दिया जाएगा।
अब तक लगभग 14 हजार 450 अनुबंध जनरेट किये गये हैं। इसमें भोपाल में सर्वाधिक 643 अनुबंध किये गये। इसके अतिरिक्त रीवा में 640, जबलपुर में 560, दमोह में 487, सतना 486, बैतूल 467, ग्वालियर 435, सागर 418, इंदौर 414, छिंदवाड़ा 398, खरगोन 398, नरसिंहपुर 362, शिवपुरी 330, खंडवा 325, सिगरौली 320, धार 314, उज्जैन 330, गुना 296, बालाघाट 293, शहडोल 292, सिवनी 289, छतरपुर 284, रतलाम 276, मंदसौर 270, रायसेन 267, राजगढ़ 267, शाजापुर 257, मुरैना 251, भिंड 248, सीहोर 247, नीमच 244, विदिशा 235, सीधी 225, अनूपपुर 216, कटनी 209, पन्ना 201, नर्मदापुरम 192, देवास 188, आगर-मालवा 187, बड़वानी 167, उमरिया 164, बुरहानपुर 163, मंडला 162, टीकमगढ़ 160, झाबुआ 151, दतिया 149, अशोकनगर 147, हरदा 124, डिंडोरी 102, श्योपुर 83, निवाड़ी 82 और अलीराजपुर में 78 अनुबंध किये गये।