वहीं दूसरी ओर आज प्रदेश भाजपा मुख्यालय में उपचुनाव की वोटिंग और मतगणना को लेकर बड़ी और महत्वपूर्ण बैठक भी हुई। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा,संगठन महामंत्री सुहास भगत भी शामिल हुए। कांटे के मुकाबले वाले उपचुनाव में भाजपा काउंटिग को लेकर काफी सतर्क है और इसके लिए बड़े नेताओं ने मतगणना से जुड़े नेता और कार्यकर्ताओं को विशेष दिशा निर्देश भी दिए गए है।प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp , मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj , प्रदेश संगठन महामंत्री श्री @SuhasBhagatBJP , सह संगठन महामंत्री श्री @HitanandSharma एवं प्रदेश महामंत्री श्री @BDSabnani ने प्रदेश कार्यालय में 28 विधानसभा उपचुनाव प्रभारी, सहप्रभारी व विस्तारकों से चर्चा की। pic.twitter.com/EJbEfAVDxD
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) November 7, 2020
कमलनाथ की अफसरों को चेतावनी- मतगणना से पहले अक्रामक नजर आ रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार सुमावली, मेहगांव और मुरैना में बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाकर अधिकारियों पर भी ऐसे लोगों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि कांग्रेस की शिकायत और प्रमाण देने के बाद भी चुनाव आयोग के रिपोलिंग नहीं कराने के फैसले से उनको दुख है। उन्होंने चुनाव से जुड़े अधिकारियों को साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे प्रशासनिक अधिकारी और इनको सरंक्षण देने वाले सावधान रहें और 10 नवंबर के बाद पार्टी इसके प्रमाण और सबूत सामने लाएगी।भावी मुख्यमंत्री कमलनाथ जी का वक्तव्य:
— MP Congress (@INCMP) November 7, 2020
“निर्वाचन आयोग द्वारा हिंसक घटनाओं को संज्ञान में न लेना दु:खद, राजनैतिक संरक्षणों को आतुर अधिकारी जान लें कि राजनैतिक संरक्षण कभी भी स्थायी नहीं होता।”
—कमलनाथ pic.twitter.com/LalzU9Qc8j