भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 94 फीसदी के पार पहुंच गया है। वहीं प्रदेश एक्टिव प्रकरणों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 7756 रह गई है। प्रदेश में कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दीपावली के त्योहार एवं सर्दी के मौसम के मद्देनजर कोरोना के संबंध में विशेष सावधानी एवं सतर्कता बरती जाए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे मास्क अवश्य लगाएं, एक दूसरी से 2 गज की दूरी बनाए रखें, बार-बार हाथ धोएं व सैनेटाइज करें।
फीवर क्लीनिक पर टेस्ट कराएं- मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना के थोड़े भी लक्षण दिखने पर फीवर क्लीनिक पर आकर तुरंत टेस्ट कराएं। वहां कोरोना टेस्टिंग की नि:शुल्क व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शासकीय एवं अनुबंधित निजी अस्पतालों में कोरोना के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था है। इन अस्पतालों की 36,755 बेड्स क्षमता है,जिनमें 1700 बेड्स निजी अनुबंधित अस्पतालों में हैं। सभी जिलों में बेड्स, ऑक्सीजन आदि की पर्याप्त उपलब्धता है।
जनवरी में वैक्सीन की संभावना- बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मो. सुलेमान ने बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन जनवरी 2021 में आने की संभावना है। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रदेश में हेल्थ वर्कर्स की संख्या लगभग 4 लाख है। प्रदेश में कोरोना स्थिति की समीक्षा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा जनवरी 2021 में कोरोना के वैक्सीन के मद्देनजर प्रदेश में कोल्ड चेन आदि की सभी तैयारियां कर ली जाएं। सबसे पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वैक्सीन लगाई जाएगी।
भोपाल,इंदौर में सर्वाधिक प्रकरण- बैठक में जिलावार समीक्षा में पाया गया कि भोपाल में सर्वाधिक 180, इंदौर में 65, ग्वालियर में 57 तथा जबलपुर में 33 नए प्रकरण आए हैं। यद्यपि सभी जगह स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। बुरहानपुर एवं खंडवा जिलों की स्थिति में सर्वाधिक सुधार है। बुरहानपुर में कोरोना के 07 तथा खंडवा में 25 एक्टिव मरीज हैं।