भोपाल। CAA पर जारी घमासान के बीच देश की राजनीति संघ और वीर सावरकर को लेकर गर्मा गई है। भोपाल में कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय अधिवेशन में वीर सावरकर पर सवाल उठाते हुए संघ को हिटलर के नाजीवाद और मुसोलिनी के फासीवाद से प्रेरित तानाशाह संगठन बताया गया है। सेवादल ने संघ पर सवाल उस समय उठाया है, जब इंदौर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की एक बड़ी बैठक चल रही है।
इसके साथ ही कार्यकर्ताओं के बीच बांटी गई 'वीर सावरकर कितने वीर' शीर्षक वाली किताब में दावा किया गया है कि 1940 में हिंदू महासभा के सत्र में वीर सावरकर ने भी हिटलर की तारीफ की थी। इतना ही नहीं किताब में बताया गया है कि सावरकर ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के खिलाफ अंग्रेजों को सैन्य सहायता की पेशकश की थी। साथ ही इस किताब में वीर सावरकर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी भी की गई है।
कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने वेबदुनिया से बातचीत में कहा कि आरएसएस देश का संविधान नहीं मानता। आरएसएस देश को तोड़ने का काम करता है और सेवा दल देश को जोड़ने का काम करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तथ्यों के जरिए आजादी के आंदोलन में आरएसएस की भूमिका का सच बताया जा रहा है।