संजय राउत ने कहा कि राहुल का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और सावरकर का बलिदान समझने के लिए कांग्रेस नेता राहुल को कुछ किताबें गिफ्ट करें। संजय राउत ने कहा कि हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी को भी मानते हैं, आप वीर सावरकर का अपमान ना करें, बुद्धिमान लोगों को ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि अगर आज भी आप वीर सावरकर का नाम लेते हैं तो देश के युवा उत्तेजित और उद्वेलित हो जाते हैं, आज भी सावरकर देश के नायक हैं और आगे भी नायक बने रहेंगे, वीर सावरकर हमारे देश का गर्व हैं।
उल्लेखनीय है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, NCP, और कांग्रेस ने महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार बनाई है। तीनों दलों की विचारधारा अलग-अलग होने से यह सवाल उठते रहे हैं कि यह सरकार कितने दिन चलेगी।
राहुल गांधी ने जब शिवसेना के लिए हिन्दुत्व के हीरो सावरकर की दुहाई देते हुए कहा कि वे 'रेप इन इंडिया' वाले अपने बयान पर माफी नहीं मांगेगे क्योंकि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। इस बयान से शिवसेना खासी नाराज है। शिवसेना वर्षों से सावरकर के नाम पर राजनीति कर रही है।
राहुल का इशारा हिंदूवादी नेता विनायक दामोदर सावरकर की ओर से 14 नवंबर, 1913 को ब्रिटिश सरकार को कथित रूप से लिखे गए माफीनामे की तरफ था, जिसे उन्होंने अंडमान की सेलुलर जेल में कैद रहने के दौरान लिखा था।