भोपाल। उत्तरप्रदेश की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में रविवार को कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने भाजपा प्रत्याशी शंकरदयाल त्रिपाठी को लगभग चौदह हजार मतों से पराजित कर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा।
राज्य में विधानसभा चुनाव के ठीक एक वर्ष पहले हुए इस उपचुनाव में कांग्रेस की जीत से पार्टी को एक तरह से संजीवनी मिली है, वहीं राज्य में चौदह वर्षों से सत्तारूढ भाजपा को इस नतीजे ने आत्ममंथन के लिए मजबूर कर दिया है। इसके पहले कुछ माह पहले भिंड जिले के अटेर विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस के हाथों भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस के परंपरागत गढ़ चित्रकूट में कांग्रेस प्रत्याशी चतुर्वेदी ने पूरे उन्नीस दौर की गणना के बाद 66 हजार आठ सौ 10 मत हासिल किए और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के त्रिपाठी को 52 हजार छह सौ से अधिक मतों में ही संतोष करना पड़ा। इस प्रकार श्री चतुर्वेदी चौदह हजार से अधिक मतों से विजयी घोषित किए गए। कांग्रेस प्रत्याशी की बढ़त एक बार तो बीस हजार से अधिक हो गई थी लेकिन मतगणना के अंतिम दौर में बढ़त का अंतर कम हो गया। चित्रकूट में कुल बारह प्रत्याशी थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच ही रहा।
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पराजय स्वीकारते हुए कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पार्टी की विजय पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह सभी नेताओं के समन्वित प्रयासों और कार्यकर्ताओं की लगन का परिणाम है।
इस विजय पर वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ने भी खुशी जताते हुए कहा कि राज्य में अब लोग भाजपा के शासन से तंग आ चुके हैं। यह नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और नेता एकत्रित हो गए और उन्होंने ढोल बाजों के साथ अपनी खुशी का इजहार किया। अनेक कार्यकर्ता नृत्य करते हुए भी नजर आए। (वार्ता)