नोटबंदी : कहीं मारपीट तो कहीं झूमाझटकी (वीडियो)

नोटबंदी के बाद पूरे देश में बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी कतारें तो आम हैं, लेकिन कहीं-कहीं तो मारपीट और झूमाझटकी के नजारे भी देखने में आ रहे हैं। लोग पैसे बदलने के चक्कर में एक-दूसरे की जान के दुश्मन बन रहे हैं। 
मध्यप्रदेश में इस तरह के दो मामले सामने आए हैं जहां छतरपुर जिले में महिलाएं भिड़ गईं तो वहीं भिंड जिले में युवक आपस में भिड़ गए हैं और सरेआम एक-दूसरे की मारपीट करते नजर आ रहे हैं। भिंड में कोतवाली थाना क्षेत्र के बस स्टेंड इलाके में बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम पर बैंक कर्मचारी द्वारा रात में पैसे डालने की सूचना पर भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ लोगों ने एटीएम का शटर तोड़ दिया और अंदर घुस गए।
एक शख्स के द्वारा दो एटीएम कार्ड लगाने के दौरान कुछ लोगों में विवाद हो गया और यह विवाद इतना बढ़ा कि देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई और दोनों गुटों के बीच जमकर झगड़ा हुआ। 
 
खास बात यह है कि आधे घंटे तक चली इस मरपीट के बाद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
 
दूसरी ओर छतरपुर में महिलाओं की पिटाई का मामला सामने आया है, जहां बैंक में नोट बदलने आईं महिलाएं आपस में भिड़ गईं और मारपीट करने लगीं। छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा में नोट बदलने के लिए लाइन में लगी महिलाओं की पहले धक्का-मुक्की और बहस हुई फिर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि उनकी जबरदस्त भिड़ंत हो गई और जमकर मारपीट करने लगीं। इस बीच महिला पुलिसकर्मी बीच-बचाव में लग गई, लेकिन एक तरफ संभालती तो महिलाएं दूसरी ओर भिड़ जाती थीं। जैसे-तैसे महिलाओं को काबू किया गया साथ ही महिलाओं को कड़ी फटकार भी लगाईं।
 
नोटों के चक्कर में ड्यूटी से नदारत हुआ गार्ड : विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो की सुरक्षा में चूक का मामला भी सामने आया है, जहां SIS का सुरक्षा गार्ड सुरक्षा गेट की ड्यूटी छोड़कर टिकट विंडो से नोट बदलता नजर आया। इस वाकये को जब स्थानीय पत्रकार द्वारा कवर किया गया तो उसे कैमरा बंद करने के साथ बदसलूकी की गई और देख लेने की धमकी दी गई। खजुराहो में SIS सुरक्षा गार्डों द्वारा मंदिर परिसर में प्रवेश के दौरान आए दिन विदेशी पर्यटकों से दुर्व्यवहार की बात आम हो चुकी है। 
 
 
...और यहां मानवीयता भी दिखी : लड़ाई और झूमाझटकी के बीच छतरपुर शहर के युवा जुझारू और समाजसेवी लोग समाजसेवा में जुटे हुए हैं। वे बैंकों और ATM के बाहर लाइन में लगे लोगों को पानी पाउच और बिस्किट के पैकेट बांटने में लगे हुए हैं। बिस्किट और पाउच सिर्फ बच्चों, छात्राओं, महिलाओं और वृद्धजनों को बांटे जा रहे हैं।

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