आरोप है कि, जब आदिवासी महिला और उसका पति पुलिस में अपने साथ हुए हादसे के बारे में शिकायत करने पहुंचे, तो पहले तो उन्होंने मामला दर्ज करने से ही मना कर दिया।
काफी देर तक जब महिला लगातार विनती करती रही तो पुलिस मामला दर्ज करने के लिए तैयार हो गई, लेकिन इसके बदले उन्होंने उससे 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। रिश्वत नहीं देने पर पुलिस ने महिला और उसके पति पर ही झूठा आपराधिक मामला बनाकर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया।