केंद्रीय बैंक ने कहा कि बीएनपी देवास, भारतीय प्रतिभूति मुद्रण एवं मुद्रण निर्माण निगम लिमिटेड की इकाई है, वह रिजर्व बैंक के अधीन नहीं है। इसके अलावा, आरबीआई ने बीएनपी देवास में किसी भी अधिकारी को तैनात नहीं किया है। इसमें कहा गया है कि रिपोर्ट तथ्यों पर आधारित नहीं है। आरबीआई ने अफसोस जताया कि समाचार प्रकाशित करने से पहले तथ्यों का सत्यापन नहीं किया गया।
रिपोर्टों के मुताबिक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ) ने नई करेंसी नोटों को चुराने के आरोप में बीएनपी के देवास इकाई से एक वरिष्ठ अधिकारी को पकड़ा था। उसके पास से 90 लाख रुपए की मुद्रा बरामद की गई थी। (भाषा)