राज्य के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त जन कल्याण विभाग की संयुक्त संचालक सुचिता तिर्की ने बताया कि बंगाली चौराहा क्षेत्र की एक तंग बस्ती के अंधेरे कमरे में रह रहे प्रभात चटर्जी (76) को परदेशीपुरा के एक सरकारी आश्रय स्थल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अब चटर्जी की देख-रेख हम करेंगे और उन्हें वृद्धाश्रम में रखा जाएगा।
तिर्की ने बताया कि एहतियात के तौर पर चटर्जी की कोविड-19 की जांच भी कराई गई। उनमें महामारी का संक्रमण नहीं मिला है। चश्मदीदों ने बताया कि जिलाधिकारी मनीष सिंह के निर्देश पर प्रशासन का दल जब चटर्जी के पास पहुंचा, तो उनकी दाढ़ी बेतरतीब तरीके से बढ़ी हुई थी और उन्होंने काफी मैले कपड़े पहन रखे थे।