यह पुस्तक अपने आप में काफी रोचक है क्योंकि यह असंसदीय शब्दों का एक संग्रह है, जो कि विधानसभा सत्र के दौरान बोलना वर्जित होगा। वर्जित का अर्थ यहां पर यह है कि यह शब्द दैनिक विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं किए जाएंगे।
मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि विधानसभा में पप्पू, फेंकू, बंटाधार जैसे शब्द नहीं चलेंगे। इसमें तमाम तरह के शब्द हैं जिनका इस्तेमाल विधानसभा में करना असंसदीय माना जाएगा।