वीडियो में विजयवर्गीय इंदौर में रात के वक्त युवाओं के नशे में झूमते नजर आने पर चिंता जताते हुए स्थानीय लोगों से अपील करते सुनाई पड़ रहे हैं कि वे अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें। उन्होंने कहा कि मैं तो दादा-दादी, मां-बाप सबसे कहता हूं कि शिक्षा जरूरी नहीं है, संस्कार जरूरी हैं।
विजयवर्गीय ने कहा कि मैं रात में जब (बाहर) निकलता हूं और पढ़े-लिखे नौजवानों और बच्चों को (नशे में) झूमते हुए देखता हूं, तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि (गाड़ी से) उतरकर इनको पांच-सात लगाकर नशा उतार दूं। मैं भगवान की कसम खाकर कहता हूं। मैं हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोल रहा हूं।
भाजपा महासचिव यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को देवी बोलते हैं, लेकिन लड़कियां भी इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता, बिल्कुल शूर्पणखा लगती हैं...सच में। भगवान ने इतना अच्छा और सुंदर शरीर दिया है...तुम जरा अच्छे कपड़े पहनो यार।