पूरे मैदान में फैल गया था धुआं : नियमानुसार युद्ध 5 बजे शुरू होना था, परंतु तैयारी में देरी होने से युद्ध करीब 5.30 बजे शुरू हुआ। करीब 1 घंटे तक चले युद्ध में दोनों ओर से सैकड़ों हिंगोट छोड़े गए। ये हिंगोट भी योद्धा द्वारा तैयार किए गए थे। हिंगोट से पूरा मैदान धुआं-धुआं हो गया।
नगर परिषद द्वारा मंच लगाया गया, जहां पर अतिथि व गणमान्य नागरिक विराजित हुए। साथ ही प्रदर्शकों की सुरक्षा के लिए लोहे की जालियां लगाई गई थीं। इस दौरान पुलिस, प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, एम्बुलेंस, चिकित्सकों की टीम और फायर ब्रिगेड भी मौजूद थी। देपालपुर बीएमओ अभिलाष धाकड़ ने बताया कि घायलों के उपचार के लिए चिकित्सकों की टीम मौजूद थी। युद्ध में 15 लोग घायल हुए। सभी सामान्य घायल थे। सभी का इलाज कर घर भेज दिया गया।(फ़ाइल चित्र)