होशंगाबाद के कलाकारों ने दिखाया बुंदेलखंड का दर्द

गुरुवार, 28 अप्रैल 2016 (17:00 IST)
होशंगाबाद। सूखा-गरीबी से बुंदेलखंड में हो रहे पलायन पर सरकार का पैकेज कितना कारगर है, इसे होशंगाबाद के युवाओं ने उजागर कर दिया। आपस में चंदा कर युवा रंगकर्मियों की टीम ने 'पलायन अब और नहीं' फीचर फिल्म बनाई।
बुंदेलखंड में फिल्माई गई इस फिल्म में किसान किस तरह आत्महत्या कर रहे हैं, रसूखदार किसानों का कैसे शोषण करते हैं, इसे दर्शाया गया है। इसमें स्थानीय कलाकारों ने ही अभिनय किया है। 
 
होशंगाबाद के टॉकीज मालिक ने फिल्म को दिखाने के लिए युवाओं को फ्री में टॉकीज दी है। फिल्म की पूरी टीम शहर में पोस्टर-बैनर लगाने के साथ घर-घर जाकर लोगों को इस फिल्म को देखने के लिए प्रेरित कर रही है। मंगलवार को फिल्म 'पलायन अब और नहीं' टॉकीज में रिलीज की गई। थिएटर मालिक ने 3 दिन मुफ्त में फिल्म दिखने का ऐलान किया है।
 
बुंदेलखंड में सरकार के प्रयासों के बाद भी पलायन नहीं रुक रहा है। इस फिल्म में पलायन क्यों हो रहा है, किसान की हालत क्या है, इसकी जमीनी हकीकत दिखाई गई है। 
 
इनका कहना है : टॉकीज मालिक सतेन्द्र फौजदार के मुताबिक, जिले के कलाकारों ने इसमें काम किया है। इससे जिले-प्रदेश ही नहीं, पूरे राष्ट्र को संदेश जाना चाहिए। जिन किसानों ने आत्मदाह किया, सुसाइड की उनके प्रति मेरी श्रद्धांजलि है। बड़े सिनेमा को तो थिएटर मिल जाते हैं लेकिन ऐसे ज्ञानवर्धक सिनेमा को थिएटर नहीं  मिलते। मैंने होशंगाबाद में इस फिल्म के लिए 3 दिन नि:शुल्क थिएटर दिया है।

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