lokayukta raid on hema meena:लोकायुक्त छापे में करोड़ों की चल-अचल संपत्ति की आसामी निकली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की इंजीनियर (संविदा) हेमा मीणा (hema meena) के मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे है। पूरे मामले में पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रभारी परियोजना यंत्री जर्नादन सिंह का नाम सामने आय़ा है। विभाग में जर्नादन सिंह हेमा मीणा का 'बॉस' था और उसकी शह पर ही हेमा मीणा ने करोड़ों का साम्राज्य खड़ा किया। वहीं पूरे मामले में पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रभारी परियोजना यंत्री जर्नादन सिंह का नाम सामने आने के बाद उन्हेंं निलंबित कर दिया गया है।
हेमा मीणा पर शिकंजा कसने वाली लोकायुक्त की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि जर्नादन सिंह की शह पर उनके अधीनस्थ काम करने वाली हेमा मीणा ने करोड़ों की मालकिन बन गई। 30 हजार की सैलरी पाने वाली हेमा मीणा पर जर्नादन सिंह पर अपने बॉस जर्नादन सिंह की ऐसी कृपादृष्टि हुई कि उसने चंद सालों में संविदा की नौकरी में करोड़ों की संपत्ति बना डाली।
लोकायुक्त की जांच में खुलासा हुआ है कि हेमा मीणा का ऑलीशान, महलुनमा कोठी, वेयरहाउस और डॉग फॉर्म हाउस तीनों का निर्माण जर्नादन सिंह ने करवाया। जर्नादन सिंह के कहने पर औऱ उसकी देखरेख में भोपाल के ठेकेदार अमर पंडित ने हेमा मीणा के वेयरहाउस और डॉग फॉर्म हाउस का निर्माण किया। ठेकेदार अमर पंडित के मुताबिक जर्नादन सिंह ने फॉर्महाउस का निर्माण में आने वाले खर्च का 58 लाख का भुगतान भी नहीं किया।
पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के परियोजना यंत्री के पद पर पदस्थ जर्नादन सिंह जिसकी हेमा मीणा से काफी नजदीकियां थी, उसके फॉर्महाउस पर लगातार आना-जाना था। लोकायुक्त छापे में फॉर्म हाउस से जब्त सीसीटीवी के डीवीआर में मिले फुटेज इसकी पुष्टि करते है।
हेमा मीणा और जर्नादन सिंह की नजदीकियों और भ्रष्टाचार की शिकायतें खुद पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अफसरों ने की। करोड़ों का भ्रष्टाचार करने वाली हेमा मीणा और उसके बॉस जर्नादन सिंह की शिकायतें जब मुख्यमंत्री तक पहुंची तक इस मामले में लोकायुक्त ने तेजी दिखाई और हेमा मीणा के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। लोकायुक्त की जांच के शिंकजे में आई हेमा मीणा ने जर्नादन सिंह परिवारिक संबंध होने की बात कही। वहीं पूरे मामले में पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रभारी परियोजना यंत्री जर्नादन सिंह का नाम सामने आने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उसके निलंबन के आदेश दिए है और विभाग ने तत्काल जर्नादन सिंह निलंबन के आदेश जारी कर दिए।
30 हजार की सैलरी पाने वाली करोड़ों की मालकिन- पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में संविदा पर तैना इंजीनियर हेमा मीणा के घर समेत अन्य ठिकानों पर लोकायुक्त के छापे में करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा है। अब तक की कार्रवाई में हेमा मीणा के पास से 7 करोड़ से अधिक बेनामी संपत्ति का खुलासा हो चुका है। हेमा मीणा ने रायसेन, भोपाल, विदिशा में करोड़ों की कीमत की जमीन खरीदी है। भोपाल में पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की इंजीनियर हेमा मीणा के बिलखिरिया स्थित घर पर जब लोकायुक्त की टीम पहुंची तो ऑलीशान घर और साजो समान देखकर दंग रह गई।
लोकायुक्त छापे में खुलासा हुआ है कि हेमा मीणा ने अपने पिता रामस्वरूप मीणा के नाम पर ग्राम बिलखिरिया भोपाल में 20 हजार वर्ग फीट जमीन खरीदने के साथ एक करोड़ की लागत से ऑलीशान घर का बनवाया है। गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की इंजीनियर हेमा मीणा की सैलरी 30 हजार है लेकिन उसके घर में 30 लाख की कीमत का नामी कंपनी का टीवी लगा हुआ था। छापे में हेमा मीणा के पास 7 करोड़ से अधिक की काली कमाई का अब तक पता चल चुका है।
इसके साथ हेमा मीणा ने पिता और अन्य परिजनों के नाम पर भोपाल, रायसेन और विदिशा में बड़ी संख्या में कृषि भूमि खरीदी है। वहीं हेमा मीणा के घर से 10 महंगी गाड़ियों के अलावा महंगे कृषि यंत्र जैसे हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर भी मिले है।