भोपाल। झाबुआ में पॉलिटेक्निक कॉलेज के स्टूडेंट्स से अभद्रता करने के मामले में झाबुआ एसपी के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री ने झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले झाबुआ एसपी को हटाने के निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आनन-फानन में झाबुआ एसपी को हटाने के आदेश जारी हो गए थे वहीं अब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
आज सुबह बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि झाबुआ एसपी को तत्काल हटाइए। जिस भाषा में वह बात कर रहे हैं, वह अशोभनीय हैं। बच्चों के साथ कोई इस तरह कैसे बात कर सकता है? उन्हें तत्काल इसी क्षण एसपी के पद से हटाया जाए। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे जिसकी रिपोर्ट आ गई है। वायरल ऑडियो में झाबुआ के तत्कालीन एसपी की ही आवाज है इसलिए उन्हें सस्पेंड कर रही है। बच्चों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने वालों को सहन नहीं किया जा सकता।
क्या है पूरा मामला?-दरअसल झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें स्टूडेंट से बात करते हुए अपशब्दों का प्रयोग कर रहे है। वायरल ऑडियो में पुलिस सुरक्षा मांगने आए पॉलीटेक्निक छात्रों के साथ एसपी अभद्र भाषा में बात कर रहे थे। वायरल ऑडियो में पॉलीटेक्निक कॉलेज का एक छात्र एसपी से बात कते हुए दावा करता है कि कॉलेज में लड़ाई हो गई है और कुछ लोग हमे मार रहे हैं। हम 40 छात्र थाने आए हैं और हमें सुरक्षा दी जाए। क्योंकि दूसरा पक्ष डंडे एवं अन्य हथियारों के साथ हमला कर सकता है। हमारी जान को खतरा है।
वहीं वायरल वीडियो में एसपी ने जवाब देते हुए उनसे कहा कि तुम लोग पढ़ाई करने आते हो कि मारपीट करने। जिसके बाद उन्होंने छात्र के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अंदर करने की धमकी दी। वायरल ऑडियो में एसपी यह भी कहा कि चालीस बच्चे हैं तो क्या, सबको अंदर कर देंगे।
छात्र और एसपी की बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जाहिर करते हुए एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए थे।मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बाद झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी को पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक पद पर स्थानांतरित करने के आदेश जारी हो गए थे और अब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।