भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के भगवान हनुमान मंदिर के फोटो लगे मंदिर के डिजाइन वाले बर्थडे केक काटने को लेकर मध्यप्रदेश का सियासी पारा गर्मा गया है। भाजपा ने पूरे मुद्दें को हाथों हाथ लेकर सीधे कमलनाथ पर हमला बोल दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए इसे सनातन परंपरा का अपमान बताया है। केक पर हनुमान जी बनाए जाते हैं यह सनातन परंपरा का अपमान नहीं है क्या? हनुमान जी को केक पर बना रहे हैं और केक को काट रहे हैं। यह अपमान है हिंदू धर्म, सनातन परंपरा का जिसको यह समाज स्वीकार नहीं करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस का भगवान से कोई लेना देना नहीं है। ये वो पार्टी है जो कभी राम मंदिर का विरोधी करती थी, फिर देखा, इसके कारण वोट का नुकसान हो जाता है तो हनुमान जी याद आ गए।
वहीं प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि सनातनी होने का दावा करने वाले चुनावी हिंदू कमलनाथ ने भगवान हनुमान जी की फोटो लगे मंदिर की प्रतिकृति वाले बर्थडे केक को काटकर हिंदू धर्म की आस्था पर कुठाराघात किया है। कमलनाथ का यह कृत्य मंदिरों को ध्वस्त करने वाले मोहम्मद गौरी और महमूद गजनवी की याद दिलाता है।
क्या है पूरा विवाद?- दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले दिनों अपने गृहनगर छिंदवाड़ा के दौरे पर थे जहां उन्होंने अपने गृहग्राम शिकारपुर में एक केक काटा जो मंदिर की डिजाइन का था और उस पर बजरंगबली की फोटो भी लगी थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कमलनाथ एक केक काट रहे हैं जो मंदिर की डिजाइन का है। केक में बकायदा मंदिर का मॉडल बना हुआ है, जिसमें हनुमान जी की फोटो लगी हुई है। कमलनाथ के मंदिर वाले केक काटने की फोटो और वीडियो वायरल होते ही भाजपा ने कमलनाथ को हिंदुत्व के मुद्दे पर घेर लिया है।
केक पर कांग्रेस की सफाई-वहीं इस पूरे मुद्दें पर कांग्रेस अब डैमेज कंट्रोल की कोशिश कर रही है। कांग्रेस मीडिया सेल के चैयरमैन केके मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह बौखला गई है। मध्यप्रदेश में यात्रा से पहले ही पूरी भारतीय जनता पार्टी और शिवराज सिंह चौहान सरकार यात्रा से ध्यान भटकाने के लिए झूठे बयान जारी कर रही है।
कांग्रेस का दावा है कि कमलनाथ ने जहां केक काटा वहां थर्माकोल से बनी मंदिर की प्रतिकृति अलग से रखी हुई थी। केके मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी मर्यादा तोड़ते हुए यहां तक बयान दे दिया मंदिर काटा गया है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए भगवान के विषय में रहता निंदनीय झूठ बोलना बहुत शर्म की बात है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिना तथ्यों की जांच किए मंदिर काटने का बयान देकर ना सिर्फ हिंदू धर्म का अपमान है बल्कि झूठ फैलाने की कोशिश है।