हे भगवान! ऐसे भी होते हैं मां-बाप!!

शुक्रवार, 12 जून 2015 (14:53 IST)
-प्रतीक मिश्रा 
 
खंडवा। कहते हैं कि मां-बाप अपनी औलाद के सुख और खुशी के लिए सब-कुछ करते हैं, अपनी हैसियत से भी बाहर जाकर। वे बड़ी से बड़ी मुसीबत का सामना करते हैं, लेकिन उर्मिला के मां-बाप ने जो किया, उस पर सहसा विश्‍वास नहीं होता। लेकिन उनके दामाद का आरोप तो कुछ ऐसा ही है। 
 
मामला जिले के धनगांव थाना क्षेत्र के काकरिया गांव का है। यहां रहने वाली उर्मिला की शादी 2 साल पहले सुनील (22) पिता प्रेमचंद निवासी कालमुखी से हुई थी। उनका 1 साल का बालक है। 6 माह पहले पति-पत्‍नी में कुछ विवाद हुआ और उर्मिला अपने पति का घर छोड़कर अपने मां-बाप के पास आ गई। तब से वह मायके में ही रह ही है।
 
जिला चिकित्‍सालय में भर्ती सुनील ने बताया कि वह अपने बेटे से मिलने के लिए ससुराल जाता रहता है, लेकिन वहां उससे हमेशा दुर्व्‍यवहार किया जाता है। गुरुवार सुबह भी अपने बेटे से मिलने के लिए ससुराल गया था। उस समय उसकी पत्‍नी नहा रही थी। इस बीच सास सुबई ने उसे चाय बनाकर दी। उसके ससुर तुकाराम भी वहीं मौजूद थे। हालांकि उसे चाय का स्‍वाद कुछ अलग लगा, इसके बावजूद उसने पी ली। चाय पीने के बाद उसे कुछ असहज लगा तो वह बाहर निकला, जहां उसे उल्‍टी होने लगी। उसने वहां उपस्थित एक व्‍यक्ति को बताया कि उसे उसके सास-ससुर ने चाय में जहर पिला दिया है।  वह तुरंत अपने घर के लिए रवाना हुआ। घर पहुंचकर उसने सारी बात अपनी मां को बताई। इसके बाद घर वाले उसे खंडवा जिला अस्‍पताल लेकर आए। यहां डॉक्‍टरों ने उसका उपचार किया। फिलहाल वह खतरे से बाहर है।
 
जिला अस्‍पताल में दिए गए सुनील के बयान के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि क्‍या वाकई ससुराल में सुनील की ऐसी अवभगत हुई कि उसकी दुनिया से बिदाई का ही इंतजाम कर दिया गया। क्‍या उर्मिला के मां-बाप ने अपनी ही बेटी का सुहाग उजाड़ने वाला कदम उठाया था। 

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