मप्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने लालबत्ती न लगाने का किया ऐलान

शुक्रवार, 24 मार्च 2017 (17:24 IST)
भोपाल। नवनिर्वाचित पंजाब सरकार में लालबत्ती की परंपरा समाप्त होने के फैसले के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रदेश सरकार से यहां भी इस परंपरा का पालन करने का आग्रह करते हुए अपनी लालबत्ती वापस करने की घोषणा की।
 
शून्यकाल के दौरान सिंह ने कहा कि जिस तरह पंजाब सरकार ने 'वीआईपी कल्चर' समाप्त करते हुए लालबत्ती लगाने की परंपरा छोड़ने की पहल की है, उसी तरह यहां भी यह संस्कृति समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि वे न तो लालबत्ती लगाते हैं, न ही लगाएंगे और अपनी लालबत्ती शुक्रवार से वापस करते हैं। 
 
सरकार की ओर से पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान पार्टी को ये विचार क्यों नहीं आया? इस पर सिंह ने कहा कि वे 5 साल मंत्री रहे, लेकिन तब भी लालबत्ती का इस्तेमाल नहीं करते थे।
 
शून्यकाल के ही दौरान कांग्रेस विधायक तरुण भनोत ने संसद में रखी गई खाद्य मंत्री की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में सरकारी गोदामों में रखा लगभग 4,000 करोड़ रुपए का 157 लाख टन अनाज सड़ गया है। उन्होंने इसमें साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि इसे संभवत: शराब माफिया के लिए सड़ाया गया है और सरकार को इस मामले की सीबीआई जांच करानी चाहिए।
 
इसी दौरान कांग्रेस विधायक हर्ष यादव ने सागर नगर निगम के महापौर अभय दरे के एक ठेकेदार से रिश्वत मांगे जाते सुनाई देने वाले ऑडियो का मामला उठाते हुए कहा कि महापौर के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार छीन लिए गए, लेकिन उन्हें अभी तक हटाया नहीं गया। 
 
कांग्रेस विधायक मुकेश नायक ने कहा कि सागर महापौर के इस्तीफे के चर्चे हैं, इसके चलते वहां अधिकारियों पर किसी का नियंत्रण नहीं है और बिना नोटिस के ही लोगों के दुकान और घर गिरा दिए गए हैं। (वार्ता)

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