भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही जहां शिवराज सिंह चौहान कोरोना के खिलाफ एक्शन में नजर आ रहे है। उन्होंने सोमवार देर रात भोपाल और जबलपुर में कर्फ्यू लगाने का एलान कर दिया तो दूसरी ओर आज मुख्यमंत्री विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे। सदन में आज नई सरकार अपना विश्वास मत हासिल करना है।
आधी रात के बाद विधानसभा सचिवालय की तरफ से चार दिवसीय विधानसभा सत्र के 24 मार्च से शुरु होने की जानकारी दी गई। आज से शुरु हो रहे 15 वीं विधानसभा के छठे सत्र में छठे सत्र में कुल 3 बैठकें होगी। जिसमें आज पहले दिन नई सरकार अपना विश्वास मत प्राप्त करेगी। इसके साथ ही सत्र में 2020-21 के लेखानुदान भी पेश किया जाएगा।
सत्र पर कांग्रेस ने उठाए सवाल – कर्फ्यू के बीच विधानसभा सत्र आहूत किए जाने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए है। सीनियर कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तनखा ने ट्वीट कर लिखा कि कर्फ्यू के मध्य विधानसभा का सत्र भोपाल में 24 से 27 मार्च। सुन के भी यकीन नहीं होता। बीते 2 हफ्ते लोक स्वस्थ की गंभीरता की जगह हमारे जनसेवक भोपाल, बेंगलुरु और दिल्ली में सत्ता परिवर्तन में व्यस्त थे अब सत्ता पाकर कर्फ्यू के मध्य बहुमत सिद्ध करने में। कल युग इसे कहते है।
विधानसभा स्पीकर का इस्तीफा – वहीं देर रात तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने अपना इस्तीफा दे दिया। सरकार बदलते ही नैतिकता के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने अपना इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद अब प्रोटेस स्पीकर सत्र की कार्यवाही का संचालन करेंगे और अब नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा।