भोपाल। कोरोना काल में श्रमिक स्पेशल ट्रेन में भूख से तड़प रही तीन महीने की मासूम को अपनी जान पर खेल कर दूध पहुंचाने वाले भोपाल आरपीएफ की जवान इंदर सिंह यादव के फर्ज के साथ-साथ साहस की कहानी अब डिस्कवरी चैनल पर दिखाई देगी। 21 नवंबर को शाम साढ़े सात बजे डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित होने वाली भारत के महावीर नाम की शॉर्ट फिल्म में इंदर सिंह यादव की पूरी कहानी को दिखाया जाएगा।
क्या कहते हैं इंदर सिंह– वेबदुनिया से बातचीत में इंदर सिंह यादव कहते हैं कि उन्होंने अपना फर्ज निभाते हुए मानव सेवा की भावना से मासूम बच्ची को दूध पहुंचाया था। इंदर कहते हैं कि बच्ची तक दूध पहुंचाने के लिए उन्होंने अपने जीवन की सबसे तेज दौड़ लगाई और बच्ची तक दूध पहुंचाने के अपने लक्ष्य में सफल भी रहे।
वेबदुनिया से बातचीत में इंदर कहते हैं कि लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों के घर पहुंचने की जद्दोजहद और उनकी पीड़ा की खबरों को सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए देखकर उनका मन काफी व्यथित था। ऐसे में जब उन्होंने श्रमिक स्पेशल ट्रेन में भूखी बच्ची को देखा तो मानवता के लिए उन्होंने उस तक दूध पहुंचाने का फैसला एक झटके में ले लिया।
वहीं इंसानियत के नाते की गई इस मदद को डिस्कवरी चैनल पर दिखाए जाने को इंदर पूरे पुलिस परिवार का गर्व बताते है। वह कहते हैं कि हर किसी को जीवन में दूसरे लोगों की मदद करना चाहिए।
सोनू सूद की आवाज में इंदर की कहानी- डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम भारत के महावीर में इंदर सिंह यादव की बच्ची की मदद करने की पूरी कहानी फिल्म अभिनेता सोनू सूद और अभिनेत्री दीया मिर्जा लोगों को बताएंगे। फिल्म अभिनेता सोनू सूद लॉकडाउन के दौरान पैदल अपने घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों की मदद कर देश भर में सुर्खियों में आए थे।
बच्ची को दूध पहुंचाने की इंदर सिंह के हौंसले की कहानी अब नीति आयोग लोगों तक पहुंचना चाहता है। खुद आयोग ने इंदर सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि इंदर ने गोल्ड मेडल नहीं जीता लेकिन हर व्यक्ति का दिल जीत लिया है। इंदर सिंह के साहस की पूरी कहानी भोपाल के बड़े तालाब और रेलवे स्टेशन पर शूट की गई है।
क्या हैं पूरा मामला- लॉकडाउन के दौरान श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कर्नाटक से वापस अपने घर कानपुर लौट रही साफिया हाशमी की मासूम बेटी भूख से बेहाल थी। भीषण गर्मी में भूख से बेहाल बच्ची पर भोपाल रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ जवान इंदर सिंह यादव ने देखा तो उनका दिल पसीज गया और वह बच्ची के लिए दूध लेने के लिए निकल पड़ते है,इस दौरन ट्रेन चल पड़ती है।
ट्रेन को छूटते देख इंदर अपनी जान की परवाह किए बिना बच्ची तक दूध पहुंचाने के लिए प्लेटफॉर्म पर दौड़ लगा देते है और बच्ची तक दूध पहुंचा देते है। यह पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है और इसका वीडियो वायरल होने जाने के बाद इंदर सिंह यादव देखते ही देखते हुए देश भर में सुर्खियों में छा जाते है और उनकी खूब सराहना होती है।
खुद रेलमंत्री पीयूष गोयल ने आरपीएफ जवान इंदौर सिंह के हौंसले की तारीफ की थी। वहीं भोपाल आरपीएफ के सीनियर कंमाडेट बी रामाकृष्णा कहते हैं कि आरपीएफ का प्रत्येक जवान हमेशा अपनी ड्यूटी करने के साथ लोगों की मदद करने से पीछे नहीं रहते हैं।