वर्ष 2018 के उत्तरार्ध में होने वाले तीन राज्यों- मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने ज्यादा से ज्यादा युवा पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने की रणनीति बनाई है। एक जानकारी के मुताबिक भाजपा अकेले मध्यप्रदेश में इन चुनावों के लिए 65 हजार से ज्यादा युवा संयोजकों की नियुक्ति पर विचार कर रही है।
सूत्रों की मानें तो युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस समय लगभग 100 पदाधिकारी हैं। इनमें से 40 को मध्यप्रदेश भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम महाजन भी मध्यप्रदेश में चुनाव के दौरान प्रत्यक्ष रूप से मोर्चा संभालेंगी।
युवा मोर्चा प्रदेश के हर बूथ पर एक संयोजक बना रहा है। इसकी जिम्मेदारी केंद्र और राज्य की योजनाओं को मतदाताओं तक पहुंचाने के साथ ही युवा मतदाताओं को साधने की भी रहेगी। मध्यप्रदेश में युवा मोर्चा का केंद्रीय नेतृत्व ऐसे 65 हजार 200 संयोजक नियुक्त करने जा रहा है।
पता चला है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा इसी रणनीति पर काम कर सकती है। यहां भी युवा पदाधिकारियों को बूथ स्तर की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। यदि भाजपा इस रणनीति पर काम करती है तो निश्चित ही विधानसभा सभा चुनाव में उसको इसका लाभ मिलेगा क्योंकि युवाओं के बीच भाजपा का जनाधार अच्छा है। ऐसे में युवा पदाधिकारी युवा मतदाता को ज्यादा अच्छे से 'कनेक्ट' कर पाएंगे।