गुना में दलित किसान पर पुलिस बर्बरता से विपक्ष के आरोपों से घिरी सरकार और भाजपा अब पूरी तरह डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया गुरुवार को अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिवार का हालचाल जाना और परिजनों से बात की। इस दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने पीड़ित किसान की मां से भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की फोन पर बात भी कराई।
पीड़ित किसान की मां से फोन पर बातचीत में भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हर संभव सहायता और मदद देने का आश्वासन देते हुए कहा कि उन्हें घटना का सुनकर बहुत दुख हुआ हैं और अब बिल्कुल भी चिंता मत करना। घटना के बारे में सुनते ही मुख्यमंत्री से बात करके एसपी और कलेक्टर का मैंने ट्रांसफर करवाया और जितने भी दोषी पुलिसकर्मी है उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई करवाएंगे।
बातचीत के दौरान पीड़ित महिला ने जब कहा कि उल्टा मुकदमा उन पर ही कायम कर दिया गया है,इस पर सिंधिया ने केवल नहीं- नहीं बिल्कुल नहीं होगा हम लोग सब देख लेंगे, मैं बोल रहा हूं कि चिंता नहीं करना, मैं सब इंतजाम करा दूंगा। इस दौरान पीड़ित की मां ने अपने बेटे के लिए घर का खर्च चलाने की लिए कुछ जमीन देने की मांग की जिस पर सिंधिया ने भरोसा जताते हुए कहा कि जो भी मदद हो सकेगी वह वह करवाएंगे।
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज–वहीं दूसरी दलित किसान से बर्बरता के मामले में एक एसआई समेत छह पुलिसकर्मियों को संस्पेंड कर दिया गया है। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में दो महिला आरक्षक भी शामिल है। वहीं दलित किसान की बेरहमी से पिटाई मामले में मानवअधिकार आयोग ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।