भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए रात आठ बजे बाजार बंद होने के नियम को अब फिर बदला जा सकता है। पिछले दिनों दोनों ही शहरों में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने के बाद प्रशासन ने सभी बाजार रात आठ बजे बंद कराने का फैसला लिया था।
शनिवार को कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर और भोपाल के कलेक्टर्स जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से बात कर लें। यदि रात्रि में बाजार बंद होने का समय 8 बजे से बढ़ाकर 10 बजे करने पर सहमति बनती है,तो अब इन दोनों शहरों में रात्रि 10 बजे बाजार बंद किये जाए।
बैठक में इंदौर कलेक्टर ने बताया कि त्यौहारों और शादियों के कारण बढ़ी भीड़ के कारण संक्रमण बढ़ा है। समुदाय के सहयोग से भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास किये जा रहे हैं जिसके सकारात्मक परिणाम शीघ्र मिलने की पूरी उम्मीद है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने इंदौर और भोपाल में कोरोना संक्रमण रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों की विशेष तौर पर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इन दो जिलों में विशेष सावधानी रखी जाये तथा जनजागरूकता और कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए पूरे प्रयास किये जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल और इंदौर में संक्रमण की रोकथाम के लिये अधिक सावधानी बरती जाये। बैठक में मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों में प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में बिस्तरों, उपकरणों, ऑक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी ली।
62 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में- मध्यप्रदेश में वर्तमान में कोरोना के एक्टिव केस 13532 हैं, जिसमें 62 प्रतिशत कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में है। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में कोरोना मरीजों से निरंतर संपर्क बना कर रखा जाये। जरूरत होने पर उन्हें हॉस्पिटल में शिफ्ट करने में जरा भी देरी नहीं की जाये। वर्तमान में प्रदेश में प्रतिदिन औसत 1403 कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने का प्रतिशत बढ़कर 92.1 प्रतिशत हो गया है जबकि प्रदेश का औसत पॉजिटिविटी दर 5.5 प्रतिशत है।