उल्लेखनीय है कि गोलीबारी में किसानों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किसानों के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की थी। दूसरी ओर कलेक्टर ने राशि देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं हैं। इसके लिए उन्होंने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। बताया जाता है कि मामला गृह विभाग पहुंचा तो वहां भी बजट का संकट खड़ा हो गया। फिलहाल मुख्यमंत्री की यह घोषणा फाइलों में अटक गई है।
मुख्यमंत्री की घोषणा के दूसरे दिन तत्कालीन मंदसौर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह को चेक जारी करने के लिए कहा गया था। तब कलेक्टर ने बजट का हवाला दिया तो उन्हें कहा गया था कि फिलहाल राशि जारी की जारी कर दें, बाद में उसे दूसरी मदों में समायोजित करें। कलेक्टर ने इसका प्रस्ताव तो बनाया, लेकिन राशि जारी नहीं की। इसके बाद सिंह का तबादला हो गया। दूसरी ओर वर्तमान कलेक्टर श्रीवास्तव ने सीधे तौर पर इस राशि को जारी करने से किनारा करके इसका प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेज दिया।