मेरठ। अभी कुछ दिन पहले हरिद्वार से खबर आई थी कि मुस्लिम समुदाय के लोग हर की पैड़ी के निकट स्थित बाजार में हिन्दू नाम से व्यापार कर रहे थे। राज खुलने पर उसे वहां से खदेड़ा गया। मेरठ में भी हड़कंप मचा देने वाला एक ऐसा मामला सामने आया है कि मुस्लिम युवक ने नाम और वेशभूषा बदलकर मंदिर का पुजारी बन गया। लेकिन मुस्लिम युवक की यह कारगुजारी ज्यादा दिन तक टिकी न रह सकी। स्थानीय लोगों ने शिव मंदिर के पुजारी की गतिविधियां संदिग्ध लगीं तो उन्होंने अपनी पड़ताल शुरू कर दी।
स्थानीय लोगों को जानकारी मिली कि यह मेरठ आने मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला गुल्लू खान है और उसके पिता इस्माइल खान है।
मुजफ्फरनगर के लोगों से हिन्दू सभा मेरठ के पदाधिकारियों ने संपर्क किया, तो पता चला कि वह मूलरूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला मुस्लिम परिवार का है। मेरठ आने से पहले वह पानीपत भी रहा है। पुलिस को उसके पास से एक आधार कार्ड मिला है जिस पर गुल्ल का पता गढी बेसक पानीपत हरियाणा लिखा है, जबकि वह मुजफ्फरनगर जिले के ग्राम कमहेड़ा थाना ककरोली का रहने वाला है।
गल्लू खान मेरठ जिले के मटौर गांव में ओम शिव मंदिर में कथित तौर पर नाम व वेशभूषा बदल कर गुल्लू राम नाम से रह रहा था। मिली जानकारी के मुताबिक वह 6 माह पहले साधु की वेशभूषा में मंदिर आया था, यहां उसकी मुलाकात धीरज नाम के शख्स से हुई।
धीरज से बातचीत करते हुए वह मंदिर में साफ-सफाई का काम करते हुए यही रहने लगा। कुछ समय पहले धीरज की मौत हो गई। मंदिर गांव के बाहरी हिस्से में होने के कारण यहां ज्यादा लोग नहीं आते थे। इसलिए यह पता नहीं चल पाता था कि आरती मंदिर में हो रही है या नहीं।
हिन्दू सभा के पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों ने गुल्लू से उसके असली नाम और धर्म के बारे में पूछताछ की तो संतोषजनक उत्तर नही मिला, भगवान की संपूर्ण आरतियों और मंत्रों की पूरी जानकारी थी। ग्रामीणों ने मंदिर में अनुष्ठान के लिए 5 अन्य ब्राह्मणों को बुलाने की बात कही तो गुल्लू बंगले झांकने लगा। स्थानीय लोग का शक यकीन में बदल गया कि वह हिन्दू नहीं है। जबरन लोगों ने पड़ताल की तो पाया कि गुल्लू का खतना हुआ हुआ है और वह मुसलमान है।
ओम शिव मंदिर में कथित सेवक और पुजारी की भूमिका निभा कर भ्रमित करने वाले गुल्लू खान के खिलाफ दौराला पुलिस ने अपनी तरफ से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली धारा 419, 295 ए में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया है। जेल जाने से पहले पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसके पास रहने की जगह नहीं थी, इसलिए वह मंदिर में गुल्लू राम बनकर सेवक/पुजारी की तरह रह रहा था।
पुलिस गुल्लू खान के पूर्व में आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है। सूत्रों के मुताबिक गुल्लू ने पुलिस को बताया है कि वह हिन्दू धर्म अपना चुका है और उसने विश्वास दिलाने के लिए गणेश आरती भी गाकर सुनाई है। गुल्लू खान भूल गया कि सिर्फ गणेश वंदना गाकर सनातन धर्म में वह परांगत नही हो सकता है। फिलहाल पुलिस, एलआईयू और अन्य जांच एजेंसी पड़ताल में जुट गई है, गुल्लू और उसके परिवार का रिकॉर्ड खंगाल रही है। Edited By : Sudhir Sharma