जू प्रबंधन की मानें तो भालू की औसतन उम्र 25 से तीस साल रहती है और सोनू की उम्र वर्तमान में 33 साल है। सोनू पिछले दो सालों से लकवे का शिकार है, जिसके चलते सोनू का पिछला हिस्सा काम नहीं कर रहा है। अत: बेबस और बेजुबान जानवर अपनी मौत का इंतजार कर रहा है।
प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव के मुताबिक सोनू का पिछले दो सालों से इलाज किया जा रहा है, लेकिन सुधार की संभावनाएं कम होने के कारण एक्सपर्ट ओपिनियन के बाद जू प्रबंधन ने मर्सी किलिंग के लिए पत्र लिखा है। सेंट्रल जू अथॉरिटी के नियमों के तहत यूथिनिसिया का उपयोग कर भालू को दया मृत्यु दी जाएगी।