अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसके मरावी ने बताया कि दो आदिवासियों की मौत हो गई। यह आरोप लगाया गया है कि 15-20 लोगों का एक समूह पीड़ितों के घर गया और उन पर गाय की हत्या का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया। अस्पताल ले जाने के दौरान दो लोगों की मौत हो गई। एक अन्य को मामूली चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि मृतकों का पोस्टमार्टम किया जाना बाकी है।
मरावी ने कहा कि कुराई थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है और पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश कर रही है। कुछ आरोपियों के नाम (शिकायत में) हैं और अन्य अज्ञात हैं। हमने दो-तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पीड़ितों के घर से करीब 12 किलोग्राम मांस मिला है। घटना में घायल शिकायतकर्ता ब्रजेश बत्ती ने कहा कि भीड़ सागर निवासी संपत बत्ती और सिमरिया निवासी ढांसा को लाठियों से मार रही थी, जब वह मौके पर पहुंचा तो उसके साथ भी मारपीट की गई।
घटना के विरोध में धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक काकोदिया ने दावा किया कि हमलावरों में बजरंग दल के सदस्य शामिल हैं और उन्होंने इस दक्षिणपंथी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। इस बीच, कांग्रेस ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है।