भोपाल। मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला किया है। कोरोना संकट के चलते टले माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10 वीं बोर्ड के बचे हुए पेपर अब नहीं होंगे। कोरोना संकट में बच्चों के ध्यान में रखते खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये बड़ा फैसला किया है।
सरकार के इस फैसले के बाद 10 वीं के जो पेपर हो गए है उनके अंक के आधर पर ही रिजल्ट और मेरिट सूची तैयार होगी, जो पेपर नहीं हुए है उनके आगे अब पास लिखा जाएगा।
वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12 वीं की बोर्ड की परीक्षा के जो पेपर शेष रह गए है उनकी परीक्षा 8 से 16 जून के बीच होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चूंकि 12 वीं के परीक्षा के नतीजे उनका भविष्य तय करते है इसलिए सरकार ने इनकी परीक्षा कराने का निर्णय लिया है।
ट्यूशन के अलावा कोई फीस नहीं – वहीं लॉकडाउन के दौरान स्कूल पर अब ट्यूशन फीस के अलावा कोई फीस नहीं ले पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 मार्च से प्रदेश में लॉकडाउन रहने की अवधि तक कोई भी निजी स्कूल स्टूडेंट से केवल ट्यूशन फीस ले सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा किसी भी प्रकार का शुल्क जैसे स्पोर्टस, लाइब्रेरी और बसों का हो वह बच्चों से नहीं लिया जा सकेगा।