मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर इस वक्त गांव की राजनीति पूरे उफान पर है। प्रदेश में पंचायत चुनाव भले ही पार्टी सिंबल पर नहीं हो रहे है लेकिन 2023 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हो रहे पंचायत चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए रणनीतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इसका सबसे बड़ा कारण प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से लगभग 170 विधानसभा सीटें ग्रामीण क्षेत्रों से आती है और इन सीटों पर किसान ही जीत-हार तय करते है।
2023 विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा किस कदर गंभीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पंचायत चुनाव की तारीखों के एलान से ठीक पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के नेताओं को पंचायत में निर्विरोध निर्वाचन कराके समरस पंचायत घोषित कराने का लक्ष्य देकर पूरे पार्टी संगठन को अप्रत्यक्ष तरीके से चुनावी मैदान में उतार दिया है।
पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा किसान मोर्चा पूरी तरह से एक्टिव मोड है। पंचायत चुनाव को लेकर वेबदुनिया ने भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी से खास बातचीत की।
पंचायत चुनाव और किसान एक दूसरे के पर्याय-वेबदुनिया से बातचीत में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह कहते हैं कि पंचायत चुनाव और किसान एक दूसरे के पर्याय है। पंचायत चुनाव भले ही पार्टी सिंबल पर नहीं हो रहे हो लेकिन प्रदेश में 22 हजार से अधिक पंचायत में भाजपा की विचारधारा वाले व्यक्ति की ही जीत होगी। वह कहते हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समरस पंचायत (निर्विरोध चुनाव) के लिए भाजपा किसान मोर्चा पूरी तरह से जुटा हुआ है। वह कहते हैं कि आज भाजपा किसान मोर्चा का संगठन गांव-गांव सक्रिय है और भाजपा की विचारधारा को गांव-गांव मोर्चा के कार्यकर्ता पहुंचा रहे है।
दिग्विजय सरकार के दर्द को किसान नहीं भूला-वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लगातार किसानों से जुड़े मुद्दे बिजली संकट मूंग की खरीदी आदि पर सवाल उठाने पर दर्शन सिंह चौधरी अपने अंदाज में तंज कसते हुए कहते हैं कि मध्यप्रदेश का किसान दिग्विजय सरकार के समय की पीड़ा को नहीं भूला पाया है। वो कहते हैं कि कमलनाथ सरकार ने अपने पंद्रह महीने की सरकार में किसानों को गर्त में डालने का काम किया।
काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती-2023 विधानसभा चुनाव में किसानों की कर्ज माफी के कार्ड को कांग्रेस की ओर से फिर से चलने की तैयारी पर दर्शन सिंह चौधरी कहते हैं कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढती है। कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी का वादा कर किसानों को धोखा दिया है और किसान कांग्रेस की असलियत को अच्छी तरह समझ चुका है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी दावा करते हैं कि आज प्रदेश का किसान पूरी तरह से भाजपा और शिवराज सरकार के साथ है। भाजपा ने समाज के अंतिम वर्ग की चिंता की और् ओबीसी वर्ग को आरक्षण देने इसका प्रमाण है।
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी कहते हैं कि बेटी और वोट बहुत समझकर दिया जाता है और प्रदेश का किसान इसको अच्छी तरह से जानता है। वह कहते हैं कि किसान भाई अब कांग्रेस के किसी भ्रम और बहकावे में नहीं आने वाला है। वह कहते हैं कि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 170 सीटों पर किसान जीत हार तय करती है।
संगठन के हर निर्देश पर खरा उतरने की कोशिश-वहीं चुनाव में किसानों टिकट भागीदारी के सवाल पर दर्शन सिंह साफ कहते हैं कि किसान मोर्चा से जुड़े अच्छे कार्यकर्ताओं को टिकट देने पर सरकार जरूर विचार करेगी। वहीं खुद के विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर दर्शन सिंह कहते हैं कि वह पार्टी संगठन के हर निर्देश का पूरी तरह से पालन करते है और आगे भी पार्टी संगठन जो जिम्मेदारी देगा उस पर पूरी तरह से खरा उतरने की कोशिश करंगा।