भोपाल। ग्वालियर में बच्चा चोरी की अफवाह को लेकर वायरल हो रहे वीडियो के चक्कर में भीड़ ने एक बाबा और उसके 2 सथियों की जमकर पिटाई कर दी। गनीमत यह रही कि समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गई और किसी तरह लोगों के चंगुल से बाबा और उनके साथियों को छुड़ाकर उनकी जान बचाई।
पुलिस के मुताबिक शहर के बाहरी इलाके शंकरपुर में एक मंदिर में पायल उर्फ सखी बाबा अपने साथी रिंक और दीपक खटीक के साथ रहते थे। बाबा जो मंदिर की पूजा के साथ झाड़-फूंक का काम करते थे, की बुधवार को लोगों ने बच्चा चोरी के शक में जमकर पिटाई कर दी।
सखी बाबा के मुताबिक जब वे और उनके साथी जब मंदिर से आ रहे थे तभी बाइक पर बैठे 2 युवकों ने उनको घेर लिया और लोगों से कहा कि यह वही बाबा है, जो बच्चा चोरी के वीडियो में दिख रहा है। इसके बाद भीड़ ने बाबा और उनके सथियों की जमकर लात-घूंसों से पिटाई कर दी।
लोगों की पिटाई की खबर मिलने के बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो भीड़ में शमिल कुछ लोगों ने पुलिस के साथ भी झूमाझटकी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों की सूचना पर बहोड़ापुर थाने से बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा जिसने भीड़ के चंगुल से किसी तरह बाबा और उनके सथियों को बचाया। भीड़ के चंगुल से बचे बाबा का कहना है कि अगर पुलिस 10 मिनट देरी से पहुंचती तो उनकी जान चली जाती है।
मॉब लिंचिंग को लेकर अलर्ट : मध्यप्रदेश में सोशल मीडिया पर बच्चा चोरी की अफवाह को रोकने के लिए खुफिया विभाग ने पहले ही सभी जिलों के एसपी को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंटेलिजेंस कैलाश मकवाना की ओर से जिलों के एसपी को जारी अलर्ट के साथ ही लोगों से बच्चा चोर गैंग और रोहिंग्या मुसलमानों द्वारा बच्चों के अपहरण और उन्हें बेचने संबंधी अफवाहों से बचने और सावधान रहने की अपील की गई है।
मकवाना के मुताबिक सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार की पुरानी घटनाओं को जोड़कर फेक वीडियो और फेक मैसेज बनाकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जो पिछले दिनों पुलिस की जांच में सामने आए हैं।
मकवाना ने जिलों के एसपी को निर्देश दिए हैं कि अफवाहों की वजह से मॉब लिंचिंग न हो, इसके लिए पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरते और ऐसी अफवाहों का तुरंत खंडन करें।