24 घंटे में किताब लेखन और प्रकाशन का विश्व रिकॉर्ड

इंदौर। किसी भी किताब के प्रकाशन में लेखन से प्रकाशन तक की प्रक्रिया में बहुत लंबा समय लगता। महीनों और साल भी लग जाते हैं, लेकिन महज 24 घंटे में किताब का लेखन, प्रकाशन विमोचन अपने आप में एक रिकॉर्ड है। दुनिया में शायद ऐसा पहली बार हुआ है तभी तो यह विश्व रिकॉर्ड है। यह रिकॉर्ड दर्ज करवाले वाले हैं देवास के जानेमाने कलाकार राजकुमार चंदन।
इस तरह शुरू हुआ लेखन : त्वरित पुस्तक लेखन में रिकॉर्ड बनाने की प्रक्रिया के अनुसार पहले से कोई विषय तय नहीं था। इस प्रक्रिया के अनुसार क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय अखबारों की प्रमुख खबरों की सुर्खियां देखी गईं। तब विषय चयन समिति ने विषय बताया। 
 
चयन समिति में शामिल जगदीश चौहान, औंकारेश्‍वर गेहलोद, जयसिंह रघुवंशी, संजय विजयवर्गीय, संजय शुक्ला ने 27 अखबारों का अवलोकन कर लेखन के लिए सिंहस्थ पर केंद्रित विषय का चयन किया। विधिवत रूप से आयोजन स्थल पर इसकी घोषणा की गई, तब लेखन कार्य प्रारंभ हुआ।
चंदनजी ने मंगलवार को श्री साहित्य सभा इंदौर के बैनर तले प्रीतमलाल दुआ सभागार में सिंहस्थ को लेकर एक किताब 24 घंटे में प्रकाशित करने की प्रक्रिया शुरू की। दोपहर एक बजे किताब लेखन कार्य शुरू किया, जो प्रात: सुबह 7.54 पर पूर्ण हुआ। राजकुमार चंदन और उनकी टीम ने 24 घंटे के लक्ष्य को 22 घंटे में पूरा करके एक विश्व रिकॉर्ड बनाकर देवास का नाम रोशन किया। 
 
आयोजन मंडल के राजेश विजयवर्गीय और संस्था अभिरुचि द्वारा आयोजित पुस्तक लेखन शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री महेंद्र हार्डिया, वरिष्ठ साहित्यकार चंद्रसेन विराट, हरीश विजयवर्गीय, चकोर चतुर्वेदी द्वारा दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर शुभारंभ किया गया। पूनम गुप्ता ने संचालन करते हुए राजकुमार चंदन के जीवन पर प्रकाश डाला।
 
चयन समिति ने अखबारों की सुर्खियां देखकर तय किया त्वरित फैसला। बुधवार सुबह 11.30 बजे पुस्तक का विमोचन हुआ। पुस्तक का विमोचन अतिथि श्याम झा, विशेष अतिथि अलका भार्गव प्राचार्य इंदौर, हरीश विजयवर्गीय, राजेश विजयवर्गीय द्वारा किया गया। संचालन चेतन उपाध्याय ने किया। 
 
इस पुस्तक का संपादन ओम नवगोत्री, प्रबंध संपादन चेतन उपाध्याय, दिलीप राठौर, मिर्जा मुशाहिद बेग ने किया। सीसी टीवी कैमरे तथा वीडियो कैमरे की सतत् निगरानी में अनवरत् लेखन कार्य के साथ मनोज शर्मा, धर्मेंद्र पिपलोदिया, विजेंद्र उपाध्याय, अभिषेक चौहान ने टाइपिंग, पेज मेकिंग और डिजाइनिंग का दायित्व संभाला। 
 
पुस्तक को खूबसूरत बनाने के लिए ‍चित्रकार राजेश परमार ने आवरण पृष्ठ तैयार किया तथा कैलाश सोनी, सोनम झा, माधुरी राठौर, नेहा राठौर, मनीष आशापुरे, चेतन उपाध्याय आदि ने पेंसिल आर्ट से कुंभ विषय पर आधारित चित्र बनाए। प्रूफरीडिंग पं. जयप्रकाश तिवारी एवं वीरेंद्रपुरी गोस्वामी ने की। 
 
संयोजन चकोर चतुर्वेदी श्री साहित्य सभा ने किया। प्रेस क्लब देवास द्वारा प्रकाशित इस अनूठी पुस्तक के लेखन कार्य को देखने के लिए जिज्ञासु एवं शुभचिंतकों का आगमन जारी रहा। 
 
राजकुमार चंदन के नाम हैं चार विश्‍व रिकॉर्ड -
पहला : विश्व की सबसे लंबी गजल लिखी। 
दूसरा : विश्व की सबसे बड़ी जल रंगोली बनाई। 
तीसरा : पानी पर 101 पेट्रोट बनाए। 
चौथा : पानी पर विश्‍व का सबसे बड़ा कॉरपेट बनाया।

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