भोपाल। आखिरकार मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट का बहुप्रतिक्षित मंत्रिमंडल विस्तार पर सस्पेंस साल के पहले दिन जाकर खत्म हो गया है। तीन जनवरी को होने वाले शिवराज कैबिनेट को विस्तार में सिंधिया खेमे से आने वाले तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत मंत्री पद की शपथ ले सकते है। इसके साथ फिलहाल कैबिनेट की किसी अन्य चेहरे के शामिल होने की संभावना बहुत कम है।
उपचुनाव के दौरान संवैधानिक प्रावधानों के चलते इस्तीफा देने वाले सिंधिया सर्मथक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत का फिर से कैबिनेट मंत्री बनाया जाना तय है। उपचुनाव में दोनों ही नेताओं के बड़े अंतर से हुई जीत ने उनके फिर से मंत्री बनने के दावों को और अधिक पुख्ता कर दिया था।
सिंधिया के बेहद करीबी माने जाने वाले तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत प्रदेश में पिछले मार्च में सत्ता परिवर्तन के बाद शिवराज कैबिनेट में मंत्री बने थे। तुलसी सिलावट के पास जल संसाधन और गोविंद सिंह राजपूत के पास परिवहन और राजस्व जैसे बड़े और मलाईदार विभाग थे। ऐसे में अब मंत्रिमंडल विस्तार के बाद इन दोनों मंत्रियों को क्या विभाग मिलते है इस पर भी लोगों की निगाहें है।
कोरोना संक्रमण के चलते राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगा। मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के लेकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार सुबह लखनऊ से भोपाल आएगी।