शिवराज ने सरकार के स्थायित्व पर उठाए सवाल, कमलनाथ का करारा पलटवार

विशेष प्रतिनिधि
भोपाल। मध्यप्रदेश में भले ही चुनाव खत्म हो चुके हों, सूबे में कांग्रेस सरकार बन गई हो, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ अब भी शिवराज सिंह चौहान के सीधे निशाने पर हैं। कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दिन से ही कांग्रेस सरकार के स्थायित्व पर सवाल उठा रहे हैं। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब कमलनाथ कैबिनेट में मंत्रियों के विभागों में बंटवारे में देरी को लेकर तंज कसा है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंत्रियों के विभागों को लेकर जैसी खींचतान मची हुई है, ऐसे में कांग्रेस सरकार कितने दिन चल पाएगी ये देखना होगा।


मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने सीधे मुख्यमंत्री कमलनाथ को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की शपथ तो हो गई, लेकिन विभाग अब तक तय नहीं हुए हैं। बिना विभाग तय हुए कैबिनेट की बैठकें हो रही हैं। मंत्री तय हो गए तो अब विभागों के लिए पार्टी में रस्साकशी और मारकाट मची है। हर नेता कहता है, मेरे मंत्री को ये विभाग चाहिए।

इसी खींचतान के चलते अब तक विभाग तय नहीं हो सके। प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। यदि ऐसा ही चलता रहा तो सरकार कौन चलाएगा? मुख्यमंत्री चलाएंगे या उनके पीछे से अलग-अलग गुटों के नेता? या फिर वे मंत्री चलाएंगे, जिनकी डोर अलग-अलग नेताओं के हाथ में है। जब इतने सारे लोग सरकार को नियंत्रित करेंगे, तो सरकार कैसे चलेगी?

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंत्रियों के विभाग तय करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है, लेकिन अब सीधे मुख्यमंत्री के हक पर डाका डाला जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह पर तगड़ा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हम शिवराज की वर्तमान मनोस्थिति समझ रहे हैं। हम इसलिए उनकी किसी भी बात का न बुरा मान रहे हैं और न ही किसी बात पर कोई टिप्पणी कर रहे हैं।

कमलनाथ ने कहा कि वे हमारी सरकार को कभी कमज़ोर बता रहे हैं, कभी कह रहे हैं कि समय पूरा नहीं करेगी, कभी कुछ और। 15 वर्ष की सत्ता जाने का दुख हम समझ सकते हैं। जनता ने उन्हें घर बैठाया है। उन्हें अब आराम करना चाहिए। अब उन्हें हमारी चिंता छोड़ अपनी पार्टी पर ध्यान देना चाहिए। हार के बाद अपनी पार्टी में मचे अंतर्कलह पर ध्यान देना चाहिए।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि शिवराज को ख़ुद के लिए उपयुक्त पद प्राप्ति पर ध्यान देना चाहिए। जिसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। अपनी पार्टी में नेता प्रतिपक्ष व अन्य पद तय करवाना चाहिए। अभी तो सिर्फ़ 10 दिन ही हुए हैं, अभी तो उनको वर्षों तक आराम करना है। कांग्रेस की सरकार मज़बूत सरकार है। अपना कार्यकाल पूरा करेगी। कोई असंतोष नहीं है। शिवराज हमारी चिंता छोड़ दें।

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